बिहार में भारतमाला सिरीज की हालत ठीक नहीं,नही मिला रहा जमीन
पटना। हाल के दिनों में बिहार के लिए भारतमाला शृंखला (Bharat Mala Series) के तहत कई सड़कें स्वीकृत हुई हैं और कई मंजूरी की प्रक्रिया में हैं। इस शृंखला के तहत मंजूर सड़कों में कई बड़े प्रोजेक्ट की स्थिति यह है कि उनके लिए जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) का मामला अलग-अलग स्तरों पर अटक गया है। इस वजह से निर्माण गति प्रभावित है। भारतमाला शृंखला के तहत पटना-भोजपुर-सासाराम (NH-119A) के बीच फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। रोहतास के हिस्से में जमीन अधिग्रहण का मामला लंबी अवधि से अटका हुआ है। भोजपुर जिले में भी इस सड़क के लिए जमीन लिए जाने का मामला अभी पेंडिंग है।
जमीन अधिग्रहण के कारण फंसा पड़ा है पेच
भारतमाला शृंखला के तहत गया के आमस से दरभंगा के बीच चार लेन की नई सड़क का निर्माण होना है। कई जिलों से यह सड़क गुजरेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की स्थिति यह है कि जहानाबाद में 35 गांवों की जमीन की ली जानी है। कुल 159.69 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके लिए 195.69 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित होना है। अभी तक 159.69 करोड़ का मुआवजा ही वितरित हो पाया है। इसी सड़क के लिए नालंदा जिले में चार गांवों में 17.26 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर 12.01 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जाना है। इसमें अभी तक 2.05 करोड़ का मुआवजा ही वितरित हो पाया है।
पटना में अब तक एक हेक्टेयर भी जमीन नहीं
गया के आमस से दरभंगा तक जा रही सड़क के लिए पटना जिले में भी 12 गांवों की जमीन का अधिग्रहण होना है। पटना जिले का हाल यह है कि यहां अभी तक इस प्रोजेक्ट के लिए 0.90 हेक्टेयर जमीन का ही अधिग्रहण हो पाया है जबकि कुल 89.63 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। वहीं पटना में रामनगर सेक्शन के तहत इस प्रोजेक्ट के लिए 18 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। यह मामला अभी एनएचएआइ के स्तर पर लंबित है। वैशाली जिले में इस प्रोजेक्ट के लिए 43 गांवों से 204.63 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है और अब तक मात्र 9.30 हेक्टेयर जमीन ही अधिग्रहित हो सकी है। समस्तीपुर जिले में भी भारतमाला शृंखला के तहत बन रहे इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का पेच अभी तक सुलझ नहीं पाया है।