पटना में बन रहा राज्य का पहला अंडरग्राउंड सबवे, अप्रैल से लोगों को मिलेगी मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी
पटना में बन रहा पहला अंडरग्राउंड सबवे जल्द ही लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. अप्रैल में इसके चालू होने की संभावना जताई गई है. निर्माण एजेंसी ने पैडेस्ट्रियन ट्रैक बिछाने का काम लगभग पूरा कर लिया है. इस अत्याधुनिक सबवे को अब प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी मिलेगी. प्रवेश और निकास के लिए तीन स्थान निर्धारित किए गए हैं- मल्टी-मॉडल हब, बुद्धा स्मृति पार्क और मेट्रो स्टेशन के पास.
स्विस कंपनी कर रही सुरक्षा ऑडिट
440 मीटर लंबे इस सबवे के 110 मीटर हिस्से को अंडरग्राउंड डिजाइन किया गया है. सुरक्षा के मद्देनजर स्विस कंपनी द्वारा तीन स्तर पर ऑडिट किया जा रहा है. पहला चरण पूरा हो चुका है, जबकि दो और स्तरों की जांच बाकी है. इसके अलावा, फायर, बिल्डिंग और इलेक्ट्रिकल सुरक्षा के लिए राज्य सरकार से संबंधित विभागों से एनओसी (No Objection Certificate) प्राप्त करना अनिवार्य होगा.
बढ़ गई परियोजना की लागत
पटना स्मार्ट सिटी योजना के तहत बन रहे इस सबवे की लागत 84 करोड़ से बढ़कर 131 करोड़ रुपए हो गई है. पहले इस प्रोजेक्ट की लागत 68.85 करोड़ रुपए तय की गई थी, लेकिन समय के साथ यह 84.83 करोड़ और अब 131 करोड़ रुपए तक पहुंच गई. हालांकि, अभी पटना स्मार्ट सिटी की ओर से रिवाइज्ड बजट को अंतिम मंजूरी नहीं मिली है.
पटना जंक्शन और मेट्रो यात्रियों को होगा सीधा फायदा
सबवे के शुरू होने से पटना जंक्शन और प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन के यात्रियों को बड़ा फायदा मिलेगा. पैदल यात्रियों को अब सड़क पार करने में जोखिम नहीं उठाना पड़ेगा और वे सीधे सबवे से स्टेशन, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थलों तक आसानी से पहुंच सकेंगे. सुरक्षा ऑडिट और एनओसी मिलने के बाद अप्रैल में इसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा.