कृषि मंडी को लेकर बिहार में बड़े आंदोलन की तैयारी में राकेश टिकैत, पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का भी मिला समर्थन
पटना. कृषि मंडी की मांग को लेकर बिहार के कृषि मंत्री का पद छोड़ने वाले पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह एक बड़े आंदोलन की तैयारी को लेकर बेहद उत्साहित दिख रहे हैं. दरअसल उनके उत्साह की वजह है किसान नेता टिकैत का नीतीश कुमार को लिखा एक पत्र, जिसमे मांग की गयी है कि बिहार में मंडी कानून लागू करें नहीं तो प्रदेश में जल्द बड़ा आंदोलन होगा.
दरअसल सुधाकर सिंह ने अपने फ़ेसबुक पेज पर लिखा है कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत जी ने बिहार में मंडियों के पुनः शुरू किये जाने व न्यूनतम समर्थन मूल्य के सम्बन्ध में बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. यह वही किसान यूनियन है जिसने केंद्र सरकार को पिछले साल कृषि कानून को वापस लेने के लिए मजबूर किया था. मैंने पहले भी कहा है और आज भी कह रहा हूं “बिहार के किसानों के लिए मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य बुनियादी ज़रूरत है और जब तक कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) कानून और ‘‘मंडी’’ प्रणाली को बहाल नहीं किया जाता तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला. धन्यवाद राकेश टिकैत.
दरअसल राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मांग की है कि बिहार में भी मंडियो को पुनः शुरू किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को दिया जाए. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि बिहार में पिछले पंद्रह सोलह साल से मंडिया बंद है जिससे बिहार के किसान को ना तो फसल बेचने का कोई प्लेटफ़ॉर्म मिल पाता है और ना ही फसल के भाव प्रभावी रूप से मिल रहे है. बिहार के किसान के उत्पन्न किए गए खाद्यान्न को दलालों के माध्यम से लागत से भी कम दाम पर बेचने को मजबूर है.
राकेश टिकैत ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री जी आपसे आग्रह है कि बिहार में दोबारा से मंडिया शुरू की जाए, जिससे किसानों को फसल बेचने का प्लेटफ़ॉर्म और उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा सके. अगर यह कार्य आपने नहीं किया तो बिहार में हमे एक बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा.