बिहार के इस गांव में सिंदूरदान के दौरान दूल्हे का नहीं उठा हाथ,तो दुल्हन ने शादी से किया इंकार
पटना.वैवाहिक समारोह के दौरान कभी-कभार विपरीत हालातों से अजीबोगरीब मामले बन जाते है. ऐसा ही एक मामला शनिवार को भभुआ थाना क्षेत्र के कटरा गांव से आया है. यहां वैवाहिक समारोह में सिंदूरदान के वक्त जब दूल्हे का हाथ तीन बार भी सिंदूर दान करने के लिए नहीं उठा, तो दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे को रोगी और मंदबुद्धि बताकर शादी से ही इंकार कर दिया और दूल्हे के साथ आयी बारात को बैरंग लौट जाने को कहा. जब दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिया, तो लड़का पक्ष के लोग मामले की गुहार लेकर भभुआ थाने पहुंच गए.
सिंदूरदान के दौरान तीन बार नहीं उठा दूल्हे का हाथ
भभुआ थाना पुलिस द्वारा लड़की पक्ष के लोगों को थाने बुलाकर समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन, लड़की और उसके पिता सहित परिजन उक्त लड़के से किसी भी हाल में शादी करने को राजी नहीं हुए. जब थाने में भी लड़की पक्ष ने शादी से इंकार कर दिया, तो दूल्हा सहित बाराती वापस अपने गांव लौट गये. जानकारी के अनुसार, शनिवार को भभुआ थाना क्षेत्र के कटरा गांव निवासी पप्पू बिंद की बेटी से शादी के लिए रोहतास जिले के चेनारी थानांतर्गत बुझाड़ी गांव से शिवबचन बिंद के बेटे हीरा बिंद की बारात आयी थी. देर रात तक वैवाहिक आयोजन के सभी रश्म पूरे हो चुके थे, अब बस सिंदूरदान होना बाकी था. जब सिंदूरदान का मौका आया तो मंडप में बैठी दुल्हन की मांग में दूल्हे को सिंदूर भरने को कहा गया.
बगैर दुल्हन के ही दूल्हा सहित बाराती वापस अपने गांव लौट गये
दुल्हन की मांग में सिंदूर डालने के लिए दूल्हे का हाथ ऊपर नहीं उठ पाया. इससे मंडप में बैठे लोग अचरज में पड़ गये. हुआ कि घबराहट में ऐसा हो सकता है. लेकिन दोबारा और तीसरी बार भी जब सिंदुर डालने के लिए दूल्हे का हाथ ऊपर नहीं उठा, तो दुल्हन मंडप से उठ गयी और शादी से मना कर दी. इसके बाद दुल्हन और उसके घरवाले दूल्हे को रोगी और मंदबुद्धि बता शादी से इंकार कर दिये और दूल्हे के पिता को बारात वापस ले जाने को कह दिया. इसके बाद बगैर दुल्हन के ही बारात वापस लौट गयी.