Monday, November 25, 2024
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दलसिंहसराय;S.H 88 के निर्माणधीन रोड पर ओवरब्रिज पर चढ़ाया गया दो गार्डर प्लेट,15 जुलाई को आमलोगो के लिए शुरू होगी ब्रिज

दलसिंहसराय.शहर में बर्षो से जाम कि समस्या से अब लोंगो को निजात मिलने कि आस जगी है.रोसड़ा से बया जनदाहा हाजीपुर स्टेट हाईवे 88 के दलसिंहसराय क्षेत्र स्थित समस्तीपुर – बरौनी रेल खंड के 34 और 35 नंबर रेलवे गुमटी के बीच बन रही रोड ओवरब्रिज निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है. बुधवार को एसडीएम प्रियंका कुमारी,सीओ नेहा कुमारी के साथ ब्रिज निर्माण कपनी बीएसआरडीसी के जीएम राज कुमार सहित अन्य ताकिनिकी अधिकारी की उपस्थित में गार्डर प्लेट लॉन्च अधिकारी बीके सिंह की देख रेख में रेलवे ब्लॉक लेकर दो गार्डर प्लेट को तीन हैवी क्रेन के माध्यम से दो पिलर पर चढ़ाया गया.जिसके देखने के लिए आसपास के लोंगो की भीड़ लग गई!

 

जानकारी देते हुए जीएम राजकुमार ने बताया कि रेलवे से गार्डर प्लेट चढ़ाने के लिए तीन दिनों का तीन तीन घंटे का रेलवे ब्लॉक मिला मिला है.जिसमें अप एंव डाउन लाइक की गाड़ी प्रभावित होंगी.ओभरब्रिज पर कुल पांच गार्डर प्लेट चढ़ाया जाना है.जिसमे आज दो गार्डर प्लेट को चढ़ाया गया है.शेष तीन गार्डर प्लेट को क्रमश 30 मई और दो जून को चढ़ाया जाएगाmइसके अलावे अगले तीन दिन 4 और 6 जून को गार्डर प्लेट पर स्टीयरिंग का कार्य होगा.26 जून को ओवरब्रिज पर कालीकरण कार्य होगा.तीनों दिन रेलवे का द्वारा ब्लॉक दी गई. सभी कार्यपूर्ण होने के बाद ही 15 जुलाई के आसपास रोड ओवरीज पर आवागम शुरू कर दिया जाएगा.जिसके बाद शहर में लोगो को जाम से निजात मिलेगी!

 

अनुमंडल को पहला आरओबी का मिलेगा सौगात।

दलसिंहसराय को सौगात के रूप में मिलने वाले आरओबी का जल्द ही आमलोग उपयोग कर सकेंगे.यह अनुमंडल का पहला आरओबी होगा.शहर के रेलवे गुमटी संख्या 34 व 35 के मध्य में निर्माणाधीन आरओबी को पूर्णता प्रदान करने के लिये निर्माण कंपनी के इंजीनियर एवं मजदूर दिन रात लगातार कार्य कर रहे हैं.कंपनी ने जुलाई 2024 तक आरओबी एवं पहुंच पथ का निर्माण पूरा करने का टारगेट लिया है.

इसके पूर्ण होते ही दलसिंहसराय शहर को हद तक जाम से निजात मिल जायेगा.समस्तीपुर जिले के वरुणा पुल से दरभंगा के रसियाही घाट तक 114.5 किमी. में निर्माणाधीन एसएच 88 में आरओबी एवं पहुंच पथ के अपूर्ण रहने से इस हाइवे का सही लाभ लोगों को अब तक नहीं मिल सका परन्तु अब ओभरब्रिज बन जाने से यह पूरी तरह से आवागमन के लिए तैयार हो जाएगी.वर्ष 2013 में टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भू अधिग्रहण, अतिक्रमण एवं अन्य तकनीकी समस्याओं को दूर करने के बाद हाल के वर्षों में निर्माण कार्य मे तेजी आयी. लेकिन 10 वर्षों की लंबी अवधि के बाद भी लगभग 700 करोड़ की लागत से बननेवाली एसएच 88 का निर्माण ओभरब्रिज के कारण पूर्ण नहीं हो सका.जो अब पूरा होता दिख रहा है!

Kunal Gupta
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