“पटना समेत 11 जिलों में हिली धरती,आधी रात को भूकंप के कारण घरों से बाहर निकले लोग;अफरातफरी का माहौल
पटना समेत bihar के 11 जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल में 10 किलोमीटर जमीन के नीचे था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। नेपाल में शुक्रवार रात 11:32 बजे 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, नेपाल में भूकंप के चलते करीब 70 लोगों की मौत हुई है। इसमें 36 मौतें रुकुम पश्चिम और 34 लोगों ने जाजरकोट में जान गंवाई है। जबकि कई लोग घायल हैं। नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
बिहार में भूकंप के झटकों के बाद लोग अपने घर के बाहर निकल आए। फिलहाल अभी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। करीब एक मिनट तक धरती हिलती रही। कई बार आफ्टर शॉक्स भी महसूस किए गए। जिन जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए उनमें पटना, आरा, दरभंगा, गया, वैशाली, खगड़िया, सीवान, बेतिया, बक्सर, नालंदा, नवादा शामिल है।
नेपाल में आए भूकंप के झटके दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी महसूस किए गए। इसका केंद्र नेपाल में काठमांडू से 331 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर जमीन के नीचे था। भारत में भूकंप से अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
पटना सिस्मिक जोन 4 में, यहां खतरा थोड़ा कम
सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल और दरभंगा समेत 8 जिले सिस्मिक जोन-5 में आते हैं, जो बेहद खतरनाक हैं। जबकि पटना, भागलपुर सहित 24 जिले जोन 4 में आते हैं, जहां भूकंप का खतरा थोड़ा कम रहता है। वहीं, औरंगाबाद, बक्सर, कैमूर और रोहतास सहित 6 जिले जोन- 3 में आते हैं।
घर के अंदर जाने से डर लग रहा था
बगहा के रहने वाले संतोष कुमार श्रीवास्तव भूकंप आने के बाद नेशनल हाईवे 727 के किनारे खड़े हो गए। उन्होंने बताया कि ऐसा लगा की चौकी और पंखा हिल रहा था। हम तुरंत घर से बाहर आ गए। पत्नी और बच्चों को भी बाहर निकाला। डर लग रहा था कहीं फिर से भूकंप ना आ जाए। घर में जाने से डर लग रहा था।
बगहा के ही राजदेव ने बताया कि हम घर में सोए हुए थे तभी भूकंप आ गया। झटके महसूस हो रहे थे। चीजें हिल रही थी। घर से भाग कर बाहर आ गए, अभी भी डर लग रहा है।
MP के कई जिलों में भूकंप
मध्य प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और रीवा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। प्रदेश के आगर मालवा और मुरैना जिले के कुछ हिस्सों में भी धरती में कंपन महसूस किया गया। शुरुआती जानकारी में प्रदेश में किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
हरियाणा के गुरुग्राम सहित कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। लोग भूकंप के बाद के हालात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। इनमें पंखे और सीलिंग लाइट हिलती नजर आ रही हैं।
यूपी में राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा, कासगंज सहित कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि अभी तक भूकंप की तीव्रता का पता नहीं चला है। गाजियाबाद के रहने वाले गोपाल ने बताया कि भूकंप के झटके 15 सेकंड से ज्यादा देर तक महसूस किए गए।
भूकंप क्यों आता है?
हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।