समस्तीपुर-दरभंगा दोहरीकरण का सात साल से चल रहा है काम,4 साल करना होगा इंतजार,तीसरे फेज में चल रहा है काम
समस्तीपुर.सात सालों से समस्तीपुर-दरभंगा 38 किलोमीटर दोहरीकरण में अभी तीन से चार सालों का और समय लग सकता है। इसके पीछे की वजह समस्तीपुर-दरभंगा के बीच बागमती, करेह व अन्य नदियों पर दूसरे बड़े-बड़े पुलों का निर्माण है। चुकी अप व डाउन लाइन से नदियों पर दूसरा पुल चाहिए। जिसे बनने में अभी कई वर्ष और लगेंगे। सबसे बड़ा पुल हायाघाट के पास बागमती नदी पर बनना है। इस नदी पर अभी मात्र एक नया पुल बना है लेकिन नये पुल पर ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है। इस पुल पर परिचालन शुरू होने के बाद दूसरे पुल का निर्माण होगा। इस पुल पर प्रत्येक वर्ष बाढ़ का पानी चढ जाने के कारण ट्रेनों का परिचालन रोकना होता है। डीआरएम आलोक अग्रवाल बताते हैं कि इस खंड के पुल नंबर 11, 12, 13, 13ए, 14, 15 व 15ए एवं बागमती व करेह नदी पर पुल नबर 16 व 17 पर अभी एक-एक पुल बन गया है। इस स्थानों पर अभी दूसरे पुल का भी निर्माण होना बाकी है। इन पुलों के निर्माण में अभी समय लगेगा। कार्य जल्द पूरा हो इसके लिए किशनपुर- थलवारा रेल खंड को पुन: तीन चरणों में बांटा गया है।
तीसरे फेज में चल रहा है काम
तीसरे फेज के तहत किशनपुर- थलवारा 18 किलोमीटर रेल लाइन के दोहरीकरण का काम चल रहा है। वर्ष 2015 में 519 करोड़ की लागत से दोहरीकरण कार्य की शुरुआत हुई, जिसमें रेलवे ट्रैक एवं पुल के लिए 491 करोड़ एवं 28 करोड़ रुपए इलेक्ट्रिक वायरिंग के लिए आवंटित हुआ था। इस कार्य को 3 साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य था। लेकिन 7 सालों में 38 किलोमीटर की इस योजना पर रेलवे 20 किलोमीटर का ही सफर तय कर पाया है। जबकि कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए योजना को तीन चरणों में बांटा गया था।रेलवे के निर्माण विभाग की ओर से इस खंड पर पहले चरण में समस्तीपुर-किशनपुर 10.50 किलोमीटर एवं दूसरे चरण में दरभंगा-थलवाड़ा 9.50 किलोमीटर में दोहरीकरण का कार्य पूरा हुआ है। अभी तीसरे चरण में किशनपुर-थलवारा के बीच 18 किलोमीटर में लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। अब इस खंड को भी तीन चरणों बांटा गया है। पहले फेज में किशनपुर- रामभद्रपुर, दूसरा फेज रामभद्रपुर- हायाघाट व तीसरे फेज में हायाघाट- थलवारा के बीच कार्य को पूरा किया जाएगा।
दोहरीकरण योजना पर एक नजर
मार्च 2015 में बना डीपीआरदिसंबर 2016 से शुरू हुआ निर्माण कार्य2019 तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य थादेरी होने पर तीन चरणों में बांटी गई योजनाजुलाई 2019 में समस्तीपुर-किशनपुर के बीच प्रथम चरण में 10.5 किमी पर काम शुरू हुआजून 2021 में 9.5 किमी में दरभंगा-थलवाड़ा के बीच काम शुरू
क्या कहते हैं डीआरएम
डीआरएम आलोक अग्रवान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाके में रेलवे लाइन का उंचाई बढाइ गई है। ताकि बाढ के दौरान रेलवे लाइन पर पानी नहीं चढे। अभी नदियों पर एक-एक नया पुल बनाया गया है। जिसका रेलवे ट्रैक से डायवर्सन किया जा रहा है। अभी किशनपुर से रामभद्रपुर को सितंबर तक पूरा करने पर फोकस किया जा रहा है। इसके बाद रामभद्रपुर हायाघाट व उसके बाद हायाघाट – थलवारा के बीच कार्य कराया जाएगा। पूर्ण दोहरीकरण में अभी कम से कम दो सालों का समय लगेगा।