Saturday, May 18, 2024
Darbhanga

LNMU का बीए,एमए के कई सत्रों का रिजल्ट जारी,परीक्षा लेने और रिजल्ट देने में आगे

दरभंगा।नियमितीकरण मामले में लनामिवि प्रदेश स्तर पर यूजी एवं पीजी दोनों कोर्स में बेहतर स्थान बनाये हुए है। विवि स्नातक सत्र 2021-24 के पार्ट चन 2021-22 एवं पार्ट टू 2022-23 का परीक्षा लेकर रिजल्ट भी जारी कर चुका है। पार्ट श्री सत्र 2023-24 की परीक्षा बाकी है। राजभवन के शेड्यूल अनुसार इसके लिए विवि के पास जून तक का समय है।

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कामर्स एवं साइंस संकाय का रिजल्ट जारी

 

इसी तरह की स्थिति स्नातक स्तर पर सत्र 2022-25 का भी है। इसके पार्ट वन सत्र 2022-23 की परीक्षा के कामर्स एवं साइंस संकाय से जुड़े ऑनर्स व सामान्य विषयों का रिजल्ट जारी किया जा चुका है। कला संकाय से जुड़े ऑनर्स और सामान्य विषयों का रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया में विवि जुटा है. इसके पार्ट टू सत्र 2023-24 का परीक्षा फार्म भरने, परीक्षा लेने एवं रिजल्ट जारी करने के लिए जून तक का समय है। इसके पार्टश्री सत्र 2024-25 की परीक्षा एवं रिजल्ट जारी करने के लिए जून 2025 तक का समय शेष है।

 

प्रदेश स्तर पर पहली बार शुरू किये गये सीबीसीएस पाठ्यक्रम के तहत चार वर्षीय स्नातक सत्र 2023 27 के प्रथम सेमेस्टर की सैद्धांतिक परीक्षा हो चुकी तथा प्रायोगिक चल रही है। विवि केवल इसी सत्र का रिजल्ट जारी करने में थोड़ा पिछड़ रहा है। वैसे स्नातक स्तर पर सत्र नियमित रखने में लनामिवि प्रदेश के किसी अन्य विवि की तुलना में सबसे बेहतर स्थिति में है। लनामिवि पीजी स्तर पर छह माह पीछे चल रहा है।

 

सत्र 2022-24 के प्रथम सेमेस्टर का जारी किया जा चुका है रिजल्ट

 

हालांकि सत्र 2021-23 के चतुर्थ सेमेस्टर तक के सभी विषयों का रिजल्ट विवि 31 दिसंबर को ही जारी कर चुका है। सत्र 2022-24 के प्रथम सेमेस्टर का रिजल्ट जारी है, द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा के बाद रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। इस सत्र के थर्ड सेमेस्टर का वर्ग संचालित है। तीन दिन पहले अधिसूचना जारी सभी पीजी विभागाध्यक्षों एवं पीजी अध्ययन वाले कॉलेजों के प्रधानाचार्य को पीजी थर्ड सेमेस्टर सत्र 2022-24 एवं फर्स्ट सेमेस्टर सत्र 2023-25 का वर्ग 15 फरवरी तक समाप्त करने को कहा गया है।

 

त्रुटिपूर्ण रिजल्ट से परेशान होते छात्र

 

सत्र नियमित रहने के बावजूद समय समय पर विश्वविद्यालय को छात्रों का कोपभाजन बनना पड़ता है। छात्रों की माने तो जैसे तैसे परीक्षा फार्म भरवाकर परीक्षा लेकर रिजल्ट जारी कर दिया जाता है, त्रुटिपूर्ण रिजल्ट जारी होने पर सुधार के लिए छात्रों को बार बार दौड़ाया जाता है। ससमय अंक पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता है। एक ही काम के लिए बार बार आवेदन देना पड़ता है। जानकारों की माने तो विवि की क्षमता तथा जरूरत के अनुरूप डाटा एजेंसी का सक्षम नहीं होना इसका बड़ा कारण है।परीक्षा नियंत्रक आनंद मोहन मिश्र ने बताया की त्रुटिपूर्ण रिजल्ट के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार छात्र स्वयं है। परीक्षा के दौरान कॉपी पर अकों में परीक्षा कमांक अधिकाश छात्र ठीक भरते है, लेकिन गोला भरने में अधिकांश गलती करते है। रिजल्ट जारी करने के लिए कॉपी के पहले पेज का स्कैन करने पर, स्कैनर भरे गोला को प्राथमिकता के आधार पर रोड करता है। इस कारण रिजल्ट प्रभावित होता है। छात्रों के साथ साथ विवि को भी परेशानी झेलनी पड़ती है।

Kunal Gupta