“दलसिंहसराय:डायल 112 से टैग होगा अग्निशमन दस्ता, हादसे की सूचना पर तुरंत पहुंचेगी यह टीम
दलसिंहसराय।पुरुषोत्तम कुमार | दलसिंहसराय.अनुमंडल क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं पर तुरंत काबू पाने के लिए सिस्टम को और भी मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जा रहा है ताकि अग्निशमन दस्ते को जल्द-से-जल्द मौके पर भेजा जा सके। अग्निशमन कर्मियों को सुरक्षा कवच से लैस करने के साथ-साथ क्विक रिस्पॉन्स के लिए तैयार किया जा रहा है। जल्द ही अनुमंडल अग्निशमन दस्ते को पुलिस की डायल 112 से टैग किया जाएगा।
ताकि एक कॉल पर लोगों को जल्द से जल्द सुविधा मिल सके। अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि सुविधा को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। रिस्पांस टाइम को कम से कम करने की कोशिश की जा रही है। वहीं दलसिंहसराय अनुमंडल अग्नि शमन कार्यालय पर जब भी थाना या डायल 112 से फोन आता है तो मेरे नेतृत्व में अग्निशमन टीम घटना स्थल पर पहुंचकर लोगों की मदद करने के साथ ही आग पर काबू पाते। इसके लिए विभाग के द्वारा स्कूल, कॉलेज, गांव शहर में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा। साथ ही सभी गाड़ियों को जीपीएस सिस्टम से जोड़ने के साथ-साथ डायल 112 से भी टैग किया जाएगा। इसका कंट्रोल मुख्यालय से किया जाएगा। कहीं भी आगजनी की घटना होती है तो संबंधित फायर स्टेशन को कॉल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिर्फ एक नम्बर पर कॉल करने से सुविधा मिल जाएगी। जीपीएस से मुख्यालय को भी रिपोर्ट मिलेगा कि कौन सी गाड़ी घटना स्थल पर गई है और उसका वर्तमान लोकेशन क्या है।
आग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि त्वरित सुविधा देने के लिए ईआरएसएस (इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम) को डेवलप किया जा रहा है। इसके लिए फायर स्टेशन में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। ताकि अगलगी की घटना पर नियंत्रण पाने के लिए आपसी समन्वय बनाने में सहुलियत हो।
वर्तमान में दलसिंहसराय, रोसड़ा, समस्तीपुर में फायर स्टेशन है। साथ ही अन्य जगह खोलने की तैयारी चल रही है। ताकि सुदूरवर्ती इलाकों में भी तुरंत सेवा दी जा सके। आग की लपटों के बीच लंबे समय पर सक्रिय रहने के लिए सभी दमकल कर्मियों को प्रॉक्सीमीटर सूट से लैस किया गया है। ताकि आग की तेज लपटों के बीच लंबे समय तक दमकल कर्मी सक्रिय रह सकें। इससे अगलगी की घटना पर काबू पाने एवं रेस्क्यू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि विभाग अगलगी की घटनाओं को कम करने के लिए लोगों विभिन्न माध्यमों से जागरूक भी कर रहा है। आग लगने की सूचना मिलते ही टीम बिना देर किए मौके पर रवाना कर दी जाती है।