“पाल होटल में हुए अगलगी की घटना में रोसड़ा जेल में पदस्थापित एक महिला सिपाही की भी हुई थी मौत
पटना के पाल होटल में 25 अप्रैल को अगलगी की हुई घटना में कैमूर की रहने वाली और समस्तीपुर जिले में स्थापित एक महिला सिपाही की भी मौत हुई थी। जब इस बारे में परिजनों को पता चला तो वह पुलिस से शव प्राप्त कर रविवार को पटना में ही दाह-संस्कार कर दिए। मृतका 28 वर्षीया प्रियंका कुमारी उर्फ नूतन भभुआ थाना क्षेत्र के अखलासपुर निवासी भागवत सिंह की बेटी थी। हालांकि वह भगवानपुर थाना क्षेत्र के मरची गांव के मूल निवासी हैं। लेकिन, पिछले 20 साल से अखलासपुर बाईपास पथ में मकान निर्माण कराकर रह रहे हैं। प्रियंका फिलहाल समस्तीपुर जिले के रोसड़ा जेल में पदस्थापित थी। वह एथलिट की राज्य स्तरीय खिलाड़ी थी।
प्रियंका की मौत की पुष्टि होते ही उसके घर-परिवार में कोहराम मच गया। अखलासपुर स्थित उसके घर पर ग्रामीणों व रिश्तेदारों की भीड़ लगी थी। प्रियंका की बड़ी बहन प्रतिमा देवी ने बताया कि वह 15 से 24 अप्रैल तक अवकाश पर अखलासपुर आई थी। परिजनों के साथ छुट्टी बिताकर वह पटना के रास्ते समस्तीपुर जा रही थी। जब पटना पहुंची तो 10:30 बजे परिजनों को फोन कर इसकी सूचना दी। फिर वह पटना स्टेशन के बगल में स्थित पाल होटल में खाने के लिए चली गई। इसी बीच होटल में आग लगी और वह उसकी लपट की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। जब उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा तो परिजन चिंतित हो उठे।
परिजन उसकी तलाश में पटना निकल गए। उन्हें पाल होटल में हुई घटना की भी जानकारी थी। संदेह के आधार पर वहां हुई लोगों की मौत के बारे में पता करने लगे। हालांकि पुलिस ने उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर भी डाली थी। उन्हें कोतवाली थाना भेजा गया, जहां की पुलिस द्वारा उन्हें उसका पर्स, दर्जी का एक कूपन, वर्दी वाली तस्वीर व अन्य चीजें दिखाई, जिससे उन्होंने उसकी पहचान प्रियंका के रूप में की। पुलिस ने प्लास्टिक में बंधे उसके शव को परिजनों के हवाले कर दिया। परिजन उसके शव का दाह-संस्कार पटना में रविवार को कर दिए।
वर्ष 2017 में कारा सिपाही बनी थी प्रियंका :
प्रतिमा ने बताया कि प्रियंका ने वर्ष 2017 में पुलिस की नौकरी की थी। उसकी फर्स्ट ज्वाइनिंग मधुबनी में हुई थी। फिर वहां से उसका स्थानांतरण समस्तीपुर जिले के स्थित रोसड़ा जेल में हो गया। शव का दाह संस्कार करने के लिए उसके पिता भागवत सिंह, उसके भाइयों अजय सिंह, संजय सिंह, मुन्ना सिंह, राकेश सिंह पटना गए हैं। घर पर मां, बहन व रिश्तेदार के लोग हैं।
फोटो व दर्जी की रसीद से हुई पहचान :
परिजनों ने प्रियंका के शव की पहचान उसके पर्स से मिली उसकी तस्वीरें, दर्जी की रसीद व अन्य चीजों से की। परिजनों ने बताया कि उसका शव पूरी तरह जल गया है। शरीर के अंग गलकर अलग हो गए हैं।