समय से स्कूल न पहुंचने वाले शिक्षकों की कटेगी सैलरी,केके पाठक ने ताबड़तोड़ 992 स्कूलों का किया निरीक्षण
पटना। सीतामढी। सीतामढ़ी में सुबह 9 से साढ़े 9 के बीच 148 स्कूलों का निरीक्षण विभिन्न निरीक्षी अधिकारियों द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान दो स्कूल बंद पाए गए। वहीं, 21 शिक्षक भी समय से विद्यालय नहीं पहुंचे।
केके पाठक के निर्देश पर एक्शन में अधिकारी
केके पाठक के निर्देश पर जिले के सरकारी स्कूलों में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी और कर्मी ठीक सुबह ठीक साढ़े 8 बजे स्कूलों में पहुंचे व स्कूल के गेट पर सेल्फी ली। निरीक्षण अभियान में जहां कई विद्यालय बंद तो कई में शिक्षक नदारद, तो कहीं बच्चे कम मिले।जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा दिए गय निर्देश के आलोक में सभी निरीक्षी पदाधिकारियों को ठीक सुबह 9 बजे नोटकाम से फोटो खींच कर प्रपत्र के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के ग्रुप में भेजना था।
डीपीओ स्थापना डॉ अमरेंदर पाठक, डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान सुभाष कुमार, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा रिशु राज सिंह, डीपीओ मध्याह्न भोजन आयुष राज समेत सभी संभाग के कर्मी, प्रखण्ड स्तरीय कर्मी निरीक्षण करते नजर आए।निरीक्षण के दौरान 23 प्राथमिक व मध्य विद्यालय, एवं 7 उच्च विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत या उससे कम, 768 प्राथमिक व मध्य विद्यालय, एवं 77 उच्च विद्यालय में 50 से 75 प्रतिशत, जबकि 115 प्राथमिक व मध्य विद्यालय, एवं 2 उच्च विद्यालय में 75 प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति दर्ज की गई।
992 स्कूलों का निरीक्षण
निरीक्षण अभियान के तहत 992 स्कूलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 906 प्राथमिक व मध्य विद्यालय एवम 86 उच्च विद्यालय शामिल है।अधिकारी ने बताया कि 9 से 9.30 बजे के बीच 148 स्कूलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 2 स्कूल बंद पाए गए। वहीं निरीक्षण के दौरान 21 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए।
नानपुर प्रखण्ड स्थित प्राथमिक विद्यालय हनुमाननगर सुबह 9:10 तक बंद पाया गया। समय पर विद्यालय नहीं पहुंचने वाले शिक्षकों में नवनियुक्त शिक्षक और नियोजित शिक्षक ही नहीं, बल्कि नियमित शिक्षक भी शामिल हैं।
शिक्षा पदाधिकारी ने क्या कहा?
जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल निरीक्षण को लेकर जारी किए गए नए निर्देश पर लगातार निरीक्षण जारी है।अब सभी शिक्षकों को या तो नियमानुसार छुट्टी लेकर ही अनुपस्थिति होना होगा या फिर हर हाल में तय समय पर स्कूल पहुंच जाना होगा, ताकि हर दिन सभी शिक्षकों का ग्रुप फोटोग्राफ लेकर शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही समय से स्कूल नहीं पहुंचने वाले शिक्षको का एक दिन का वेतन काटा जाएगा।”