कसम खाकर बांधी पगड़ी..वापस नहीं जाने के लिए खाई थी बेटे की कसम;अब मिलकर सरकार चलाएंगे सम्राट
पटना।तारीख- 29 जनवरी 2023: मर जाना कबूल है, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाएंगे।- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
तारीख- 2 अप्रैल 2023: नीतीश कुमार के लिए भाजपा के सारे दरवाजे हमेशा-हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। -अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री
तारीख -12 जुलाई 2023: बिहार विधानसभा में सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार से कहा-आपको सीएम की कुर्सी से हटाकर ही अपनी मुरेठा (पगड़ी) खोलेंगे।
बिहार की मौजूदा राजनीतिक हालात में अब इन बयानों का कोई मतलब नहीं रह गया है। बयान राजनीतिक हो या पर्सनल अटैक, सत्ता की बात आते ही सब माफ कर दिए जाते हैं। 17 महीने की महागठबंधन सरकार के दौरान पक्ष और विपक्ष की ओर से दिए गए बयान, जिन पर खूब बवाल मचा.. अब नई सरकार में सब साथ-साथ हैं।
पहले नीतीश के दावे को जानिए
नीतीश कुमार ने रविवार को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस बार सरकार एनडीए के साथ बनाई है। यह वही सरकार है, जिसे 17 महीने पहले तोड़कर नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ सत्ता पर काबिज हुए थे।महागठबंधन की सरकार बनाने के 5 माह बाद 29 जनवरी 2023 को नीतीश कुमार ने कहा- ‘मर जाना कबूल है, उनके (बीजेपी) साथ जाना कभी कबूल नहीं है।’ यही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि आरजेडी के साथ ही 2025 विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। तेजस्वी कमान संभालेंगे।
1 साल में ही बदले बोल
29 जनवरी 2023 को नीतीश कुमार के दिए गए बयान के ठीक एक साल बाद वह बीजेपी के साथ हैं। एनडीए की सरकार में नीतीश के बोल भी बदल गए हैं। जिस पार्टी के साथ सरकार में न लौटने की कसमें खाते थे, आज उसी पार्टी के साथ सरकार बना चुके हैं। सरकार बनाने के बाद आरजेडी के लिए वहीं बयान दे रहे हैं।
अमित शाह ने बंद किया दरवाजा..नड्डा ने किया स्वागत
साल 2022 में एनडीए की सरकार खत्म होने के बाद नीतीश ने न लौटने की कसम खाई। फिर 2 अप्रैल 2023 को नवादा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कहा- ‘ललन बाबू (जदयू के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष) और नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहता हूं कि आपके लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।’यही बात शाह ने सितंबर 2022 में पूर्णिया में भी कही, लेकिन समीकरण ऐसे बने कि अमित शाह ने दिल्ली में बैठे-बैठे नीतीश को साथ लाने का प्लान तैयार कर दिया। इसमें वे कामयाब भी हो गए।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सीएम नीतीश के शपथ समारोह में शामिल होने बिहार आए। उन्होंने खुद नीतीश कुमार का स्वागत किया। इतना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शपथ ग्रहण के तत्काल बाद सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए नीतीश कुमार को बधाई दी।
कसम खाकर बांधी पगड़ी, आज साथ में सरकार
27 मार्च 2023 को बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इस बड़ी जिम्मेदारी के मिलते ही सम्राट चौधरी ने अपने सिर पर भगवा पगड़ी बांध ली थी। नीतीश कुमार ने जब 12 जुलाई 2023 को सदन में सम्राट से पगड़ी पर सवाल किया तो इसके जवाब में सम्राट ने कहा आपको (नीतीश कुमार) सीएम की कुर्सी से हटाने के बाद ही पगड़ी बांधेगे।इसके बाद सम्राट बिहार से लेकर पूरे देश में चर्चा में आ गए। सम्राट ने जिसको कुर्सी से हटाने की कसम खाई थी, अब उन्हीं के साथ मिलकर सरकार चलाएंगे। इतना ही नहीं शपथ ग्रहण के पहले ही वह नीतीश कुमार के साथ कार में साथ दिखे।सम्राट चौधरी ने बिहार के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। शपथ लेने के बाद उन्होंने नीतीश कुमार का अभिवादन किया।सम्राट के लिए टोटका बताने वाले, आज कर रहे गुणगान
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने पिछली सरकार में रहते हुए पगड़ी पर हो रहे विवाद पर सम्राट को टोटके करवाने की सलाह दी थी। मई 2023 में जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने सम्राट चौधरी पर तंज कसा कि वे पगड़ी में त्रिशूल लगाकर डायरेक्ट ब्रह्मा से एंटीना जोड़ लें।मोदी-शाह को छोड़ सीधा ब्रह्मा जी से एंटीना जोड़ना बड़ा टोटका रहेगा। लेकिन सरकार के बदलते समीकरण के साथ ही नीरज कुमार की बोली भी बदल गई। नीरज कुमार ने 26 जनवरी को बयान दिया था-आरजेडी के नेता जमीन के बदले नौकरी देने का काम करते हैं।