जवानों ने दी सशस्त्र सलामी,सेना नायक पिंटू का शव गांव पहुंचते ही लगे अमर रहे के नारे
Patna;बोधगया। लद्दाख में तैनात सेना के एक नायक की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बलिदानी सेना नायक पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह कोलकाता के सड़क मार्ग से ओटीए गया पहुंचा, उसके बाद वहां के कागजी कार्रवाई और सलामी के बाद शव को सैन्य वाहन से पैतृक गांव चेरकी करमा लाया गया।
जहां अधिकारी, पुलिस और जनप्रतिनिधियों ने बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। बलिदानी सेना नायक के स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल था। रो रहे स्वजन को दु:ख की घड़ी में ग्रामीण ढांढस बंधा रहे थे।
गांव में शोक की लहर
मां और पत्नी का रुदन सुनकर लोगों की आंख भर आ रही थी। पिंटू कुमार के बलिदान होने की सूचना शनिवार को स्वजन को मिली। तब ही से घर से लेकर गांव में शोक की लहर दौड़ गई थी.स्वजन अपने लाडले बलिदानी को एक नजर देखना चाहते थे। सबकी निगाहें गांव तक आने वाले रास्ते पर टिकी थी। काफी संख्या ग्रामीण भी बलिदानी के घर के बाहर शव आने का इंतजार में खड़े रहे।
12 वर्ष पूर्व पिंटू ने ज्वाइन की थी सेना
ज्यों ही गांव में शव पहुंचा ग्रामीण बलिदानी पिंटू कुमार अमर रहे, भारत माता की जय का गगनभेदी नारा लगाने लगे। बलिदानी के पिता उदय यादव ने कहा कि पिंटू 12 वर्षों पूर्व सेना में गया था। वर्तमान में नायक के पद पर तैनात था। हाल ही उनकी तैनाती लद्दाख में हुई था।इससे पहले उसकी यूनिट सिलीगुड़ी में थी। सेना नायक की शव को पिता ने कंधा दिया। शव यात्रा कर्मा गांव से चेरकी-दोमुहान होते हुए गया श्मशान घाट पहुंची, जहां आर्मी के जवानों ने सशस्त्र
सलामी दी।”