Friday, November 22, 2024
PatnaSamastipur

आज आपका भी फोन ठीक 12.30 बजे जोर से चीखा था,जाने क्या है पुरा माजरा

डेस्क।अगर आपको आज यानी 6 अक्टूबर के दिन दोपहर में ठीक 12.30 पर अपने फोन में तेज साउंड सुनाई दिया हो और साथ में आपातकालीन मैसेज भी आया हो तो आप अकेले नहीं हैं. देश में बहुत सारे एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर ऐसा मैसेज आया और सायरन भी बजा. मैसेज भले इमरजेंसी से जुड़ा हुआ हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि ये एक टेस्ट मैसेज है जो सरकार की तरफ से भेजा गया है. ये मैसेज सरकार के पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का हिस्सा है जो उसनें NDRF (National Disaster Management Authority) के साथ मिलकर डेवलप किया है. आज तीसरी बार ये मैसेज भेजा गया है. 

आपात स्थिति में अलर्ट की तैयारी
भारत सरकार ने आज कई स्मार्टफोन पर टेस्ट फ्लैश भेजकर अपनी आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का परीक्षण किया.  दरअसल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) के सहयोग से किसी आपदा के दौरान आपातकालीन संचार को बढ़ाने और पब्लिक सेफ़्टी के लिए ब्राडकॉस्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण किया गया है. कहने का मतलब तूफान से लेकर तेज बारिश, भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के समय पब्लिक को समय रहते सचेत करने के लिए एक नया अलर्ट सिस्टम बनाया गया है. आज इसका ही टेस्ट किया गया. मैसेज के मुताबिक,

“यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया, एक सेंपल टेस्टिंग मैसेज है. कृपया इस संदेश को अनदेखा करें, क्योंकि आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है. यह सेंपल टेस्ट पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर लोगों को अलर्ट करना है.”

आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि इमरजेंसी अलर्ट स्मार्टफोन का एक खास फीचर है. आपका फोन भले साइलेंट मोड में क्यों ना हो, फोन वाइब्रेट होने लगता है और तेज बीप वाला साउंड आने लगता है. नोटिफिकेशन मोबाइल फोन के स्‍क्रीन पर आ जाता है और यह करीब 30 सेकंड तक डिस्‍प्‍ले होता है. ऐसा तब तक होता है, जब तक आप मैसेज पढ़ नहीं लेते. जब उसमें मौजूद OK का बटन दबा देते हैं तो यह रिंगटोन बंद हो जाती है.

20 जुलाई को पहला अलर्ट
दूरसंचार विभाग के सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने कहा कि मोबाइल ऑपरेटरों के साथ मिलकर आने वाले समय में ऐसे और परीक्षण किए जाएंगे. ऐसा ही एक और टेस्ट बीती 20 जुलाई और 17 अगस्त को भी किया गया था. तब इसे कुछ यूजर्स तक सीमित रखा गया था.

Kunal Gupta
error: Content is protected !!