Friday, November 22, 2024
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कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी मालखाने में बंद हैं, लक्ष्मण और सीता, जानें पूरा मामला

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला. जहां पिछले सात सालों से साहेबगंज थाना के मालखाना में धूल फांक रही माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्तियों को कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी रिलीज नहीं किया गया. जिसे लेकर ग्रामीणों में गुस्से का माहौल बना हुआ है. 

बता दें कि जिला के प्रतापपट्टी मुहल्ला स्थित बलराम दास रामजानकी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा था. इसी क्रम में मंदिर का दरवाजा तोड़ कर चोरों ने अष्टधातु की बनी हुई माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्तियों को चुरा लिया था. ये मूर्तियां अप्रैल 2016 में चोरी हुई थी. जिसके बाद 22 जून 2016 को थाना में मंदिर के पुजारी दयानंद मिश्र ने मूर्ति चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी.

चोरी के बाद चोरों ने मूर्तियों को फेंक दिया था

पुलिस को एक्शन में देख चोरों ने दास पोखर जिराती टोला के परिसर में ही दोनों मूर्तियों को फेंक दिया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने इन मूर्तियों को जब्त कर थाने में रख दिया. जिसके बाद मंदिर के पुजारी ने उपखण्ड न्यायिक दंडाधिकारी के पास 20 मार्च 2017 को मूर्ति को रिलीज कराने की गुहार लगाई. जिसके बाद कोर्ट द्वारा 23 मार्च 2017 को थाना से प्रतिवेदन मांगा गया. उस समय के तत्कालीन थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने 28 मार्च 2017 को कोर्ट में प्रतिवेदन समर्पित किया था.

 

चोरी के बाद मूर्तियों को फेंक कर फरार हो गए थे चोर
मंदिर संचालन समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद जायसवाल का कहना है कि 27 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने रिलीज ऑर्डर जारी किया. पुजारी और मंदिर समिति के लोग कोर्ट का रिलीज ऑर्डर लेकर मूर्तियां रिलीज कराने हेतु थाना का चक्कर लगाते लगाते थक चुके हैं.  थाना ने डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद मूर्तियां रिलीज नहीं किया है. स्थानीय लोग कहते हैं तेत्रायुग की सीता रावण के कैद से भले आजाद हो गईं. मुजफ्फरपुर की मां जानकी की मूर्ति पुलिस के कब्जे से कब आजाद होगी.

कोर्ट के ऑर्डर के बाद भी मूर्तियों को ग्रामीणों को नहीं दिया गया

इस मामले पर अपर लोक अभियोजक विनोद अग्रवाल ने बताया कि साहेबगंज के मीना बाजार स्थित राम जानकी मंदिर से पुनर्निर्माण के दौरान अस्तधातु की मूर्तियां गायब हो गई थीं. गायब मूर्तियां जैसे ही मिली उसे थाने के मलखाने में रख दिया गया था. उसके बाद कोर्ट से रिलीज ऑर्डर भी मिल गया लेकिन डेढ़ महीने हो चुके है अभी तक मूर्तियां नहीं मिली हैं. थानाध्यक्ष कह रहे हैं कि मूर्ति खोजी जा रही है.

Kunal Gupta
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