Monday, November 25, 2024
Patna

3 भाई-बहनों को एकसाथ मिली सरकारी नौकरी, बन गए अधिकारी;पहले ही प्रयास में पाई हासिल..

दरभंगा. बिहार लोक सेवा आयोग की 31वीं न्यायिक सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम आ चुका है. परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों की सफलता की कई कहानियां प्रेरणादायी बनी हुई हैं. दरभंगा जिले में रहने वाले एक परिवार के घर छप्पर फाड़ खुशियों की बौछार हो गई. हो भी क्यों नहीं! आखिर एकसाथ परिवार के तीन लोगों को इस परीक्षा में सफलता मिली है. तीनों को यह कामयाबी पहले ही प्रयास में मिली है. परीक्षा में सफल होने वाले एक अनंत कुमार है जबकि उनकी दो चचेरी बहन कुमारी शिप्रा और नेहा कुमारी का भी चयन हुआ है. खुशियों के इस पल में पूरा परिवार सराबोर है.

 

जानकारी के अनुसार, सभी भाई-बहन ने सफलता अपने पहले ही प्रयास में प्राप्त कर ली. उनकी खुशी और दोगुनी हो गई है. दरभंगा के रहने वाले सुरेंद्र लालदेव जो पुलिस इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड हो चुके हैं. उनकी दोनों बेटियों कुमारी शिप्रा एवं नेहा कुमारी ने सफलता पाई है. सफलता पानेवाले अनंत कुमार के पिता अजय कुमार वर्तमान में शिक्षक है. दरभंगा के मथुरापुर मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं. सफलता प्राप्त करने वाले तीनों बच्चों के चाचा उदय लाल देव पेशे से वकील है और दरभंगा कोर्ट में ही वकालत करते हैं. उदयलाल देव ने तीनों को न्यायिक सेवा की आकर्षित किया. इसके लिए उन्हें तैयार किया और उनका मार्गदर्शन भी किया.

सबसे बड़ी बात यह है कि तीनों बच्चे CLAT (क्लैट) के माध्यम से चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं. एलएलएम तक की पढ़ाई की है. तीनों ने प्रथम प्रयास में ही यह सफलता हासिल की है. तीनों उम्मीदवार ने अपने पढ़ाई के अलावा मार्गदर्शक के रूप में सुरेंद्र लालदेव, अधिवक्ता उदय लाल देव और आनंद कुमार का नाम ले रहे हैं.

ओवरऑल 300वीं रैंक हासिल करने वाले अनंत कुमार ने कहा, ‘तीन साल से सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था. 2020 से परीक्षा की प्रक्रिया शुरू हुई थी. अब जाकर रिजल्ट आया है. मुझे न्यायिक क्षेत्र पसंद था. मेरे चाचा जज बनने के लिए प्रेरित करते रहे. मुझे बहुत खुशी हो रही कि पहले ही प्रयास में सफलता मिल गई.’

Kunal Gupta
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