पुलिस की पिटाई से हुई महिला की मौत,आक्रोशित लोगो ने किया सड़क जाम, हंगामा
PATNA:दुल्हिनबाजार. शुक्रवार की देर रात थाना क्षेत्र के झब्बूचक गांव में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने गयी पुलिस की पिटाई से एक महिला की मौत का आरोप लगा ग्रामीणों ने शनिवार को महिला का शव सड़क पर पालीगंज-मसौढ़ी मुख्य सड़क को जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया.
जानकारी के अनुसार दुल्हिनबाजार थाने की पुलिस आरोपियों को गिरफ्तारी करने के लिए शुक्रवार की देर रात थाना क्षेत्र के झब्बूचक गांव स्थित सत्येंद्र बिंद के घर में छापेमारी करने गयी थी. जहां आरोपी के घर में पुलिस की महिलाओं के साथ झड़प हो गयी. जिसके दौरान सत्येंद्र यादव की 50 वर्षीय पत्नी राधिका देवी बेहोश होकर गिर पड़ी. महिला के बेहोश होते ही सभी पुलिसकर्मी घर से बाहर चले गये. वहीं कुछ ही समय में राधिका देवी की मौत हो गयी. जिससे गुस्साये ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने शनिवार की सुबह शव को पालीगंज-मसौढ़ी मुख्य सड़क पर रखकर पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
मौके पर मृतक के बहू जीरा कुमारी ने बताया कि आधी रात को पुलिस बगल के घर की छत से होकर सीढ़ी से होकर घर में घुसी. वहीं पुलिस जीरा कुमारी व राधिका देवी के साथ मारपीट करने लगी. इस दौरान राधिका गिरकर बेहोश हो गयी. उसके बाद सभी पुलिसकर्मी ने राधिका को प्याज व पानी देने की सलाह देकर घर से बाहर चले गये. लेकिन जबतक की घरवाले कुछ कर पाते राधिका की मौत हो गयी. वहीं मृतिका की पति सतेंद्र बिंद ने बताया कि घर के अंदर से मध्य रात्रि को बहू बेटियों के रोने की आवाज सुनकर घर में गया तो पत्नी को मृत अवस्था में पाया. उन्होंने भी पुलिस द्वारा मारपीट करने के दौरान राधिका की मौत की बात बतायी. सड़क जाम के दौरान परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था. वहीं सड़क जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पालीगंज डीएसपी2 उमेश्वर चौधरी ने ग्रामीणों व परिजनों को समझाया. उन्होंने जांच के दौरान दोषी पाये जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देकर सड़क से जाम हटवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया.
इस संबंध में पालीगंज डीएसपी 2 उमेश्वर चौधरी ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. पटना डीएम के निर्देशानुसार मृतक की शव का पोस्टमार्टम एक टीम गठित कर पटना एम्स अस्पताल में कराया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण अस्पष्ट हो पाएगी तथा आगे की कार्रवाई की जायेगी.
ज्ञात हो कि चार दिनों पूर्व दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र के झब्बूचक गांव निवासी पूनम देवी अपनी बेटी के अपहरण को लेकर थाने में आवेदन दिया था. लेकिन थानाध्यक्ष भृगुनाथ सिंह ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया था और प्राथमिकी दर्ज नहीं की. जिससे दुखी पूनम देवी ने इसकी शिकायत पटना डीजीपी बिनय कुमार से मिलकर की थी. जिसकी सूचना डीजीपी बिनय कुमार ने पटना एसएसपी अवकाश कुमार को दी थी. वहीं मामले की जांच एसएसपी ने पालीगंज डीएसपी2 उमेश्वर चौधरी से करायी. डीएसपी की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष भृगुनाथ सिंह को काम के दौरान लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया. साथ ही पूनम देवी द्वारा की गयी लिखित शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. जिसमें राधिका के दोनों पुत्रों को अभियुक्त बनाया गया है. जिसे पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी करने झब्बूचक गांव गयी थी.