सिपाही ने पेश की मानवता की मिसाल,सड़क किनारे पड़े नवजात को कलेजे से लगाया, अब लेंगे गोद
मुजफ्फरपुर.शहर में एक तरफ जहां मानवता को शर्मसार करने का मामला आया, वहीं दूसरी तरफ एक पुलिसकर्मी ने मानवता की िमसाल पेश की। दरअसल, मंगलवार की देर रात इमलीचट्टी सरकारी बस स्टैंड के पास किसी ने एक नवजात को माड़ीपुर सड़क किनारे छोड़ दिया था। बच्चा इस ठंड मंे लावारिस हालत में सड़क किनारे पड़ा रो रहा था। आवाज सुनकर मौके पर लोगों की भीड़ तो जमा हुई, लेकिन कोई उसे उठा नहीं रहा था। लोग बस कलियुगी मां को कोस रहे थे।
तभी उस रास्ते से ब्रह्मपुरा थाने के सिपाही राम पुकार कुमार वहां से गुजर रहे थे। उन्होंने भी बच्चे के रोने की आवाज सुनी और भीड़ देखी। तत्काल गाड़ी से उतरे और बच्चे को उठाकर सीने से लगा लिया। साथ ही उसे ले जाकर तत्काल केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया। वे अस्पताल का सारा खर्च वहन कर रहे हैं। साथ ही कहा िक उसका इलाज कराने के बाद उसे गोद ले लेंगे। बता दें कि बच्चे का गर्भनाल भी नहीं काटा गया था। आशंका जताई जा रही है कि उसे जन्म के तत्काल बाद सड़क पर लावारिस हालत में छोड़ दिया गया। इमलीचट्टी इलाके में बुधवार को इस घटना की काफी चर्चा होती रही। लोग उक्त िसपाही की मानवता की िमसाल दे रहे थे।
जूरन छपरा स्थित केजरीवाल अस्पताल के डॉक्टरों ने भी नवजात के पहुंचते तत्काल उसकी जांच और िचकित्सा शुरू की। एक डॉक्टर ने बताया कि उसे समय से अस्पताल लाया गया, इसलिए उसकी जान बच गई। ठंड में सड़क िकनारे फेंके जाने के कारण उसकी हालत काफी खराब हो गई थी। जब उसे वहां लाया गया तो उसकी हालत ठीक नहीं थी। लेकिन, अब बच्चा स्वस्थ है। दूसरी तरफ बच्चे के स्वस्थ होने पर िसपाही रामपुकार भी काफी खुश हैं।