Monday, November 25, 2024
Patna

“गर्लफ्रेंड से मिला प्यार में धोखे तो पटना एम्स में हरियाणा के जूनियर डॉक्टर ने की आत्महत्या:4 पन्नें के सुसाइड नोट..

पटना एम्स में एक जूनियर डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया। उसके कमरे से 4 पन्ने का सुसाइड नोट मिला है। इसमें गर्लफ्रेंड से प्यार में धोखे का जिक्र है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट अपने पास ही रखा है। पुलिस का कहना है कि परिवार को आने के बाद इसे मीडिया के सामने लाया जाएगा।

निलेश कुमार (25) हरियाणा का रहने वाला है। वो एम्स से पीजी की पढ़ाई कर रहे था। वहीं एनेस्थीसिया विभाग में प्रैक्टिस कर रहा था।

शुक्रवार (1 सितंबर) की रात निलेश का शव कमरे में मिला। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कमरे में मिले सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है। निलेश के कमरे को सील कर दिया गया है।

 

ड्यूटी के लिए नहीं पहुंचा तो दोस्तों ने तोड़ा दरवाजा

निलेश की नाइट शिफ्ट में थी। शुक्रवार की शाम वह वह देर तक ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। इसके बाद उसके दोस्तों ने कॉल किया, लेकिन वह कॉल नहीं उठाया। दोस्त उसे बुलाने कमरे पर चले गए। दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। काफी देर तक निलेश कुमार ने दरवाजा नहीं खोला तो उसके दोस्तों को अनहोनी की आशंका हुई।

फिर दोस्तों ने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर गए तो देखा कि निलेश बिस्तर पर पड़ा था। उसे सभी एम्स अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। एम्स प्रशासन ने इस बात की जानकारी फुलवारी शरीफ थाना को दी। फुलवारी शरीफ थाना मौके पर पहुंची। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर एम्स के निदेशक सहित कई अधिकारी और डॉक्टर भी पहुंच गए।

4 पन्ने के नोट में प्रेम प्रंसग का जिक्र, प्रेमिका का नाम नहीं

थाना प्रभारी शफीर आलम ने बताया – डॉक्टर ने प्रेम प्रसंग में सुसाइड किया है। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। कमरे से चार पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। प्रेमिका के नाम का खुलासा सुसाइड नोट में नहीं किया गया है।

फुलवारीशरीफ थाना प्रभारी सफीर आलम अपने स्टाफ के साथ डॉ. नीलेश कुमार के हॉस्टल नंबर 10 के कमरा नंबर 306 में पहुंचे और कमरे का निरीक्षण किया। उनके बिस्तर के पास फर्श पर एक इंजेक्शन सिरिंज पड़ी मिली। इसकी पुष्टि करते हुए पटना एम्स के निदेशक डॉक्टर जीएस पाल ने बताया कि वहां एक चार पेज का डायरी नोट था, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि मृतक डॉक्टर के माता-पिता पोस्टमार्टम नहीं करना चाहते थे।

एम्स पटना के निदेशक और पुलिस अधिकारियों ने मृतक के पिता को समझाया कि इस मामले में पोस्टमॉर्टम कराया जाना चाहिए। आख़िरकार पोस्टमॉर्टम हुआ और पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। एम्स के निदेशक ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि कुछ व्यक्तिगत समस्याओं के कारण नीलेश परेशान था। बहरहाल, पुलिस इन मुद्दों पर आगे की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पुलिस के पास है। एम्स पटना के निदेशक ने बताया कि मनोवैज्ञानिक परामर्श थेरेपी, व्यवहार थेरेपी और योग थेरेपी पुनर्वास के प्रावधान के साथ छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों की काउंसलिंग के लिए विशेष केंद्र स्थापित किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिन डॉक्टरों और छात्रों को तनाव है, उन्हें सभी सुविधाएं मिल सके।

Kunal Gupta
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