भीषण गर्मी में पालनहार कहे जाने वाले भगवान को भी लग गई ‘लू’, अब 15 दिनों तक वैद्य करेंगे इलाज
भीषण गर्मी ।आपने क्या कभी सुना है कि दुनिया के पालनहार कहे जाने वाले भगवान खुद भी बीमार पड़ जाते हैं. यह पढ़कर आपको भले ही अजीब लग रहा होगा लेकिन मान्यताओं के मुताबिक इस संसार में भगवान भी बीमार हो जाते हैं.
जी हां हम बात कर रहे है पन्ना के भगवान जगन्नाथ स्वामी की जो आज से 15 दिनों के लिये लू लगने से बीमार हो गए हैं. यही वजह है कि अब 15 दिनों के लिए भगवान जगन्नाथ स्वामी मंदिर के पट को बंद कर दिया गया है.
पुरी की तर्ज पर मंदिरों की नगरी पन्ना में भगवान जगन्नाथ स्वामी जी की रथयात्रा का कार्यक्रम बीते 150 सालों से आयोजित किया जाता रहा है. पन्ना में भगवान जगन्नाथ स्वामी का प्राचीन मंदिर है जहां पर भगवान जगन्नाथ स्वामी अपनी बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र के साथ विराजमान हैं.
भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा का कार्यक्रम बड़े धूमधाम के साथ यहां मनाने की परंपरा है. मान्यताओं के मुताबिक रथयात्रा के पहले भगवान लू लग जाने से बीमार पड़ जाते हैं. भगवान जगन्नाथ स्वामी को धूप में स्नान कराने से लू लग जाती है जिसके चलते वो बीमार हो गए हैं.
भगवान जगन्नाथ स्वामी मंदिर में सुबह राज परिवार की उपस्थिति में भगवान के स्नान यात्रा की रस्म अदा की गई. इसी के साथ ऐतिहासिक रथ यात्रा महोत्सव का आगाज भी हो गया है. बीमार भगवान को ठीक करने के लिए भक्त प्रार्थना करते हैं.
सबसे पहले मंदिर के गर्भगृह से भगवान को बाहर लाया जाता है. यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ औषधीय जल से भगवान को स्नान कराया जाता है. इसी दौरान लू लगने से भगवान बीमार पड़ गए जिसके बाद उनकी दिनचर्या और भोजन व्यवस्था भी बदल दी जाती है.
मान्यता है कि ठीक होने तक उन्हें प्रतिदिन वैद्य द्वारा दवा देने की परंपरा भी निभाई जाती है. इस दौरान मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद रहेंगे. मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के 36 वर्ष बाद पन्ना में भी आषाढ़ शुक्ल की द्वितिया को जगन्नाथ जी की रथयात्रा निकालने की शुरुआत हुई. इस रथ यात्रा में हजारों की भीड़ के साथ घोड़े-हाथी, ऊंट की सवारी निकलती है. (इनपुट – डीके शर्मा)