व्हाट्सएप ग्रुप और कैम स्कैनर से रोस्टर पर की जाएगी चिकित्सकों की ड्यूटी मॉनिटर
मुजफ्फरपुर, 27 मार्च। बढ़ती गर्मी के साथ चमकी की तैयारियों और बैठकों का सिलसिला जोरों पर है। इसी क्रम में सोमवार को समाहरणालय भवन में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर एक बैठक आयोजित की। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षण, वाहन टैगिंग, प्रचार प्रसार तथा रोस्टर अनुसार ड्यूटी की वास्तविकता के स्तर को जाना। डीडीसी ने कहा कि किसी भी हाल में शिक्षक और जनप्रतिनिधियों का प्रशिक्षण शत प्रतिशत कराया जाए। इसके अलावा प्रत्येक पंचायतों में कम से कम पांच प्राइवेट वाहनों को टैग किया जाए। बैठक के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार ने बताया कि अभी तक कुल 1165 प्राइवेट वाहनों को टैग किया गया है। वहीं 270 पंचायतों को गोद लेने हेतु दिए गए आदेश के आलोक में प्रत्येक शनिवार को जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के द्वारा चमकी को धमकी पर चर्चा की जा रही है। जिसमें संध्या चौपाल, प्रभात फेरी, कम्युनिटी बैठक एवं लक्षित घरों में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। अभी तक कुल 175 दिवालों पर चमकी संबंधित लेखन किया जा चुका है। एईएस व जेई संबंधी वाटर मार्क का उपयोग सरकारी कार्यालयों में किया जा रहा व 24 आरबीएसके वाहन से ग्रामीण क्षेत्रों में ऑडियो माध्यम से चमकी पर प्रचार किया जा रहा है।
ड्यूटी रोस्टर की होगी निगरानी –
एईएस वार्डों में चिकित्सक एवं पारामेडिकल स्टॉफ 24 घंटे मौजूद रहें इसकी निगरानी के लिए जिला स्तर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। जिसमें कैम स्कैनर के माध्यम से चिकित्सक एवं पारामेडिकल स्टॉफ अपनी सेल्फी लोकेशन के साथ भेजेंगे। यह ग्रुप एक अप्रैल से पूर्ण रूप से प्रभावी हो जाएगा। इसके अलावा जिला एवं पीएचसी स्तर पर कंट्रोल रूम भी पूर्ण प्रभावी हो गया है। 17 अप्रैल से घर घर हैंडबिल वितरण का कार्य किया जाएगा। मौके पर डीडीसी सहित सीएस डॉ यूसी शर्मा, जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार , प्रीतिकेश प्रमार्थी सहित अन्य लोग मौजूद थे।