डेंगू से रहें सतर्क, घर में और आस-पास रखें स्वच्छता का ध्यान।
आरा, 20 अगस्त | बारिश में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति के साथ ही मच्छरों के पनपने से डेंगू बीमारी और अन्य जल जनित रोगों का भय सताने लगता है । फिलहाल जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ चुकी है लेकिन ये मौसम डेंगू के लिए अनुकूल माना जाता है। इसलिए कोरोना संक्रमण से खुद को बचाने के लिए कोविड सुरक्षा मानकों के पालन के साथ साथ डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक रहना भी जरूरी है।
डेंगू से बचाव के लिए साफ सफाई एवं जागरूकता जरूरी
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने कहा डेंगू मच्छर जनित रोग है जो एक गंभीर बीमारी की श्रेणी में आता है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों को साफ सफाई एवं जागरूकता जरूरी है। फिलहाल जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसलिए डेंगू- डायरिया रोगों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और समय समय पर अभियान चला कर दवा का छिड़काव किया जाता है।
डेंगू का सबसे बड़ा कारण घर के आस पास जलजमाव व गंदगी:
डॉ. कुमार के अनुसार जिले के अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन की कमी, बरसात के पानी का सही से निष्कासन नहीं होने के कारण गंदे पानी का जलजमाव एवं सड़कों तथा गलियों में गंदगी का फैलाव डेंगू प्रसार का सबसे बड़ा कारण है। लोग डेंगू के प्रति सचेत रहें| घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें। इससे मच्छर नहीं पनपेगा और आपका डेंगू से बचाव होगा। बरसात के कुछ महीने जब ना गर्मी ज्यादा है और ना ही सर्दी, ऐसे मौसम में डेंगू के मच्छर ज्यादा पनपते हैं और डेंगू मरीजों के ज्यादा मामले सामने आते हैं। इसलिए अभी सावधान रहने की जरूरत है।
डेंगू और कोरोना के बुखार में कोई समानता नहीं , अन्य लक्षणों पर भी गौर करें:
हालांकि डेंगू भी अपने साथ बुखार ले कर ही आता है। लेकिन इसकी तुलना कोरोना या अन्य किसी बुखार से ना करें। यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है जो खासकर बरसात के मौसम में ज्यादा पनपते और दिन में ही काटते हैं। इसलिए 3 से 7 दिन तक लगातार बुखार, सिर में दर्द, पैरों के जोड़ों व आंख के पीछे तेज दर्द, चक्कर एवं उल्टी आना, शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराकर पता लगाएँ की यह डेंगू है या अन्य कोई रोग के लक्षण।
रोग प्रसारण से बचने के लिए ध्यान देने योग्य बातें:
• घर में साफ सफाई पर ध्यान रखें
• कूलर एवं गमले का पानी रोज बदलें
• सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
• मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल दिन में करें
• पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे पहनें एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें
• आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें
• जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें
• डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें