पटना में सात किलोमीटर लंबे इस रोड के लिए देना होगा टोल टैक्स, जल्दी ही लागू होगी नई व्यवस्था..
पटना। दीघा से पीएमसीएच के बीच आवागमन के लिए पटनावासियों को जेपी गंगा पथ के रूप में एक नया विकल्प मिल गया है। शहर की दूसरी सड़कों की तरह इस पर जाम की समस्या नहीं है। इससे कम वक्त में सफर तय हो रहा है। यूं तो जेपी गंगा पथ का निर्माण दीदारगंज तक होना है, लेकिन पिछले दिनों सरकार ने इसके एक हिस्से को शुरू कर दिया।
राजापुर के निकट बन रहा टोल प्लाजा
जेपी गंगा पथ पर फर्राटा भरने के लिए जल्द ही टैक्स चुकाना पड़ेगा। राजापुर के निकट टोल प्लाजा का निर्माण चल रहा है। आवास एवं शहरी विकास निगम (हुडको) से सरकार ने इस पथ के निर्माण के लिए करीब 2500 करोड़ रुपये कर्ज लिया है। कर्ज की अदायगी यात्री और व्यावसायिक वाहनों से टोल के रूप में वसूली जाने वाली राशि से की जाएगी।
तीन तरह से टोल लेने का बन रहा प्लान
सरकार ने जेपी गंगा पथ पर टोल प्लाजा का प्रविधान किया है। पथ विकास निगम राजापुर के निकट दोनों ओर तीन-तीन लेन का टोल काउंटर बना रहा है। टोल नीति में व्यावसायिक, निजी और स्थानीय नागरिकों के वाहनों के लिए अलग-अलग टैक्स का निर्धारित करना है। स्थानीय नागरिकों को दिन भर में अनेक बार आने जाने के लिए अलग से व्यवस्था करने का प्रस्ताव है।
बक्सर से औरंगाबाद तक वाले करते इस्तेमाल
दीघा जेपी सेतु होकर उत्तर बिहार से पटना आने वाले वाहन जेपी गंगा पथ होकर गांधी मैदान और पीएमसीएच जाते है। औरंगाबाद और बक्सर की ओर से पटना आने वाले वाहन एम्स एलिवेटेड रोड और नेहरू पथ (बेली रोड) से जेपी गंगा पथ होकर शहर में आते-जाते हैं।
शेरपुर तक कच्ची दरगाह तक विस्तार की योजना
अशोक राजपथ से दीघा और दानापुर के निवासी रिंग रोड के रूप में इस पथ का उपयोग कर रहे हैं। दीघा से दीदारगंज तक प्रस्तावित गंगा पथ का विस्तार पश्चिम में दीघा से शेरपुर और पूरब में दीदारगंज से कच्ची दरगाह तक करने का प्रस्ताव है।
पथ निर्माण निगम वसूलेगा टोल टैक्स
पथ विकास निगम के उप-महाप्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि टोल प्लाजा का प्लान परियोजना में शामिल है। काउंटर के साथ टोल प्लाजा भवन बनना है। सरकार टोल नीति बनाएगी उसके अनुसार वाहनों पर टैक्स निर्धारित होगा। पथ विकास निगम को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है।
सात किलोमीटर लंबे रोड के लिए टैक्स
दीघा से दीदारगंज तक के इस रोड प्रोजेक्ट का फिलहाल एक हिस्सा ही पूरा हुआ है। वैसे तो पीएमसीएच तक इस रोड को कनेक्ट कर दिया गया है, लेकिन पीएमसीएच तक केवल एंबुलेंस को ही जाने की इजाजत है। शेष वाहनों को गांधी मैदान से पहले ही अशोक राजपथ की ओर मोड़ा जाता है। ऐसे में इस रोड का केवल सात किलोमीटर के करीब हिस्सा ही लोग उपयोग कर रहे हैं।