Tuesday, November 26, 2024
Patna

बिहार के 241 विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर किया मतदान, कोरोना पाजिटिव और घायल एमएलए ने भी डाला वोट..

पटना : राष्ट्रपति पद के लिए सोमवार को मतदान संपन्न हो गया। 243 सदस्यों वाली विधानसभा के 241 सदस्यों ने अपने-अपने उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। सुबह 10 बजे प्रारंभ हुई मतदान प्रक्रिया निर्बाध रूप से शाम पांच बजे समाप्त हुई। पीठासीन पदाधिकारियों ने मतदान समाप्त होने के बाद बैलेट बाक्स सील किया और शाम सात बजे चुनाव अधिकारी सुरक्षा के बीच सेवा विमान से बैलेट बाक्स को लेकर दिल्ली प्रस्थान कर गए। इस दौरान वोट डालने कोरोना संक्रमित और घायल एमएलए ने भी अपने मत का प्रयोग किया।

बीमारी की वजह से भर्ती सुबास सिंह नहीं कर सके मतदान

243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में वर्तमान में कुल 242 सदस्य ही हैं। मोकामा से विधायक रहे अनंत सिंह की सदस्यता अभी हाल ही में रद की गई है। भाजपा विधायक एवं मंत्री सुबास सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। एम्स में इलाजरत हैं। लिहाजा वोट करने नहीं आ सके। झाझा विधायक दामोदर राउत कोरोना संक्रमित हैं। इसलिए वे सबसे अंत में वोट देने पहुंचे। उन्होंने पीपीई किट पहनकर मतदान किया।

विधानसभा अध्यक्ष ने सबसे पहले किया मतदान

विधानसभा भवन के प्रथम तल पर बनाए गए मतदान केंद्र में सुबह 10 बजे मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। इससे पहले एनडीए और महागठबंधन के चुनाव एजेंट मतदान केंद्र पहुंच चुके थे। जदयू से श्रवण कुमार, रत्नेश सदा, भाजपा से संजय सरागवगी एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के चुनाव एजेंट थे। महागठबंधन की ओर से राजद से रामानुज प्रसाद सिंह और कांग्रेस से राजेश कुमार विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के चुनाव एजेंट थे। मतदान प्रारंभ होने के साथ सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपना मत दिया। दूसरे नंबर पर रहे जदयू के सुमित कुमार।

देर होने लगी तो बढ़ गई धड़कन

सदस्यों में वोट देने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दोपहर 12 बजे तक 242 सदस्यों में 204 ने वोट कर लिया था। जो नहीं पहुंचे उनके लिए संबंधित दलों के नेताओं की धड़कनें बढऩे लगीं। बुलाने के लिए फोन करना शुरू कर दिया। दोपहर तक नहीं पहुंचने वालों में मिश्री लाल यादव, भागीरथी देवी, नीतीश मिश्रा और अरुणा देवी थीं। फोन जाने के बाद आनन-फानन में ये विधायक भी 15 से 20 मिनट के अंतराल पर वोट देने पहुंच गए। सबसे अंत में जदयू के झाझा विधायक दामोदर राउत ने मतदान किया। 3.50 बजे मतदान पूरा हो गया। बावजूद पीठासीन पदाधिकारियों ने पांच बजने का इंतजार किया इसके बाद ही बैलेट बाक्स सील किया गया।

शारीरिक परेशानी, संक्रमण भी बन नहीं सके बाधा

इसे जज्बा, उत्साह, दायित्व या परेशानी कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में यह सब देखने को मिला। वोट देने के लिए सदस्यों के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि न तो शारीरिक परेशानी आड़े आई न ही कोरोना संक्रमण बाधा बन पाया। सोमवार को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान संपन्न हो गया। इससे पहले मतदान प्रारंभ होने के कुछ देर बाद ही सीतामढ़ी के जदयू विधायक मिथिलेश कुमार अपना वोट देने के लिए विधानसभा स्थित मतदान केंद्र तक पहुंचे। मिथिलेश कुमार बुरी तरह से घायल अवस्था में थे। कुछ दिन पहले ही उनका रोड एक्सीडेंट हुआ था। इसके बावजूद वे राष्ट्रपति पद के अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट देने पहुंच गए। एंबुलेंस में सवार होकर मतदान केंद्र तक आए मिथिलेश कुमार को साथ आए सहयोगियों ने स्ट्रेचर के साथ नीचे उतरा। सीने पर पट्टी, हाथों में क्रैप बैंडेज। विधायक स्ट्रेचर पर लेटे रहे और उनके सहयोगी उन्हें लेकर मतदान केंद्र पहुंचे और मतदान के बाद सीधे एंबुलेंस में सवार होकर वहां से प्रस्थान कर गए।

कोरोना संक्रमित झाझा विधायक भी पहुंचे

झाझा के विधायक दामोदर राउत अभी हाल ही में कोरोना संक्रमित हुए हैं। उन्होंने पार्टी को इस बात की जानकारी दी। साथ ही इच्छा जताई कि वे मतदान से वंचित नहीं रहना चाहते हैं। लिहाजा पार्टी ने उन्हें अनुमति दे दी। सभी सदस्य जब वोट कर चुके तो करीब 3.35 बजे राउत बकायदा पीपीई किट पहन कर मतदान को पहुंचे। लोगों से दूरी बनाते हुए वे मतदान केंद्र पहुंचे। इसके पहले वोट पदाधिकारी भी पीपीई किट पहन तैयार हो चुके थे। उन्होंने भी बिना किसी बाधा के वोट किया और इसके साथ ही मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गई।

Kunal Gupta
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