Monday, December 23, 2024
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“बिहार के 32 जिलों में बारिश का अलर्ट:बद्रीनाथ में समस्तीपुर के 26 श्रद्धालु फंसे,कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात

बिहार में गुरुवार से मानसून फिर सक्रिय हो गया है। इससे पटना के साथ-साथ गोपालगंज, भोजपुर, मधुबनी समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। आकाशीय बिजली गिरने से 24 घंटे में 26 लोगों की मौत हो गई। भोजपुर में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 18 छात्राएं घायल हो गई। सभी स्कूल की छुट्टी के बाद बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे रुकी थीं। वहीं उत्तराखंड में लैंडस्लाइड की वजह से चार धाम यात्रा में करीब 4 हजार श्रद्धालु जोशीमठ के पास फंसे हुए। इनमें 26 बिहार के समस्तीपुर के हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र ने आज प्रदेश के 32 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें 13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 19 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि 7 जुलाई के बाद से मानसून कमजोर हो गया था। हालांकि, अब मानसून एक्टिव हो गया है। इससे अगले 24 से 48 घंटे में बिहार के कई जिलों में भारी और हल्की बारिश की संभावना है।

भागलपुर में कोसी में कटाव जारी है। सिंहकुण्ड गांव में कटाव की वजह से पक्का मकान देखते ही देखते कोसी की धारा में विलीन हो गया।
आकाशीय बिजली से 26 लोगों की मौत

बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 बच्चों समेत 14 लोग झुलस गए। पटना में 4, जमुई में 1, लखीसराय में 2, मधुबनी में 6, औरंगाबाद में 4, नालंदा में 3, गया में एक, गोपालगंज में एक, रोहतास में एक, सुपौल में 3 की मौत हुई है। इसमें पटना के मसौढ़ी में एक, बाढ़ में 2 और फुलवारीशरीफ में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। उधर, कोसी और पूर्व बिहार के जिलों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से महिला समेत छह लोगों की मौत हो गई।

मधुबनी में धानरोपनी के समय आकाशीय बिजली गिरी थी। वहीं, शेखपुरा में बागीचे में पेड़ के नीचे बैठे 4 बच्चों समेत 6 लोग झुलस गए। जबकि भोजपुर जिले में स्कूल के बगल में ठनका गिरा, जिसकी आवाज से दर्जन भर छात्राएं बेहोश हो गईं। तरारी प्रखंड के प्लस टू विद्यालय, बड़कागांव का मामला है। छात्राओं को बेहोशी की हालत में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
चार धाम यात्रा में समस्तीपुर के 26 श्रद्धालु फंसे

लगातार पांच दिन चली बारिश के बाद उत्तराखंड में बार-बार भूस्खलन के चलते 200 सड़कें बंद हैं। सबसे खराब हालात बद्रीनाथ रूट पर है, यहां 22 जगह लैंडस्लाइड से चार धाम यात्रा मार्ग 3 दिन से बंद है। एनडीआरएफ, सेना, एनटीपीसी के कर्मचारी जब भी ऑल वेदर रोड से मलबा हटाते हैं, पहाड़ का हिस्सा फिर गिर पड़ता है। हालत ये है कि 25 किमी में कई जगह रास्ता बार-बार बंद हो रहा है।

लैंडस्लाइड की वजह से जोशीमठ के आसपास फंसे श्रद्धालु।
इसके चलते करीब 4 हजार श्रद्धालु जोशीमठ के आसपास सड़कों पर डेरा जमाए हुए हैं, क्योंकि यहां होम स्टे और होटलों ने किराया लगभग दोगुना कर दिया है। बिहार के समस्तीपुर से 26 लोगों के साथ आईं तारादेवी और बबली ने दैनिक भास्कर को बताया कि होटल महंगे हैं। हम ज्यादा किराया नहीं दे सकते, इसलिए दो रातों से सड़क पर ही हैं

अब तक प्रदेश में 14% कम हुई बारिश

गुरुवार तक प्रदेश में 288.5 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 249.2 एमएम बारिश ही हुई है। यह औसत से 14% कम है। पटना में 11 जुलाई तक 247.7 एमएम बारिश होनी चाहिए थी। यहां सिर्फ 163.4 एमएम ही बारिश हुई है, जो औसत से 34% काम है।

Kunal Gupta
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