बिहार में बनेगा अटल घाट, बंदरगाह बनाने की कवायद तेज,पहली बार पोर्ट का किया जाएगा निर्माण,मिली स्वीकृति
पटना।बिहार के छपरा के मांझी में बिहार का पहला अटल घाट का निर्माण कराया जाएगा। मांझी के रामघाट को अटल घाट के नाम से जाना जाएगा। यह जानकारी महराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने दिया है। पौराणिक रूप से महत्व वाले राम घाट पर जल मार्ग के लिए पोर्ट का निर्माण कराया जा रहा। जिसमें कोलकाता से कानपुर और बनारस के लिए जलमार्ग का मुख्य बंदरगाह होगा।
इसके लिए भारत जलमार्ग द्वारा कार्य आरम्भ कर दिया गया है। सरयु नदी के तट पर पोर्ट के लिए प्लेटफॉर्म को स्थापित कर दिया गया है। जिससे छोटे बड़े नाव का संचालन होना शुरू हो गया है। जट्टी स्थापित होने कब रामघाट को अटल घाट के रूप में विस्तारित काने का कार्ययोजना शुरू कर दिया गया है।
पार्क, लाइटिंग और गेस्ट रूम की भी होगी सुविधा
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के मौत के बाद मांझी के अटल घाट से उनके अस्थियों को जल में प्रवाहित किया गया था। जिसके बाद स्थानीय सांसद द्वारा इस घाट को अटल जी के नाम पर समर्पित करने के लिए कवायद शुरू कर दिया गया था। अटल घाट के रूप में विकसित करने के बारे में जानकारी देते हुए सांसद जनार्धन सिंह सिग्रीवाल ने बताया कि बिहार की पहली योजना है।
जहाँ अटल जी के नाम पर घाट का निर्माण कराया जाना है। वही अटल घाट बन रहा है। जल संसाधन मंत्रालय से हमने अनुरोध किया था। जिसकी स्वीकृति मिल गई है। अटल घाट का व्यापक लाभ मांझी वासियों और सारण वासियों को मिलेगा। इस घाट पर हर महीने हजारों हजार लोग आते है।
कुछ समय पर भारी संख्या में भीड़ जुटती है। छठ, पूर्णिमा और गंगा स्नान करने लाखों लाख लोग आते है। पहले स्नान करने में खतरा था। अब इतमीनान के साथ लोग स्नान कर पाएंगे। यह गेस्ट रूम, अटल थीम पर पार्क , लाइटिंग और गेस्ट रूम सहित तमाम तरह की सुविधाएं मिलेंगी।