एक कट्ठा जमीन को लेकर बदमाशों ने 2 भाईयों को मारी गोली,दलसिंहसराय मे नहीं रुक रहा जमीनी विवाद में हत्या व फायरिंग
दलसिंहसराय।शहर के वार्ड संख्या 24 लोकनाथ पुर बेलबन्ना मे रविवार की देर रात करीब 1 बजे खेत मे बने झोपड़ी में खटिया पर सो रहे दो सगे भाइयों को आधा दर्जन की संख्या में आये बदमाशों ने सर में गोली मार दी.बदमाशों ने झोपड़ी में घुसकर दोनों भाइयों पर अंधा-धुन फायरिंग करते हुए फरार हो गए.जिसमें बड़े भाई की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई.वहीं छोटे भाई को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है.मृतक की पहचान लोकनाथ पुर बेलबन्ना निवासी सुभाष राय के पुत्र गोविंद कुमार(25) के रूप मे हुईं.जिसे सर में तीन गोली लगी थी एंव अन्य जगहों पर भी गोली लगी थी.जबकि जख्मी गोबिंद के भाई कृष्णमूर्ति कुमार राय (18) की स्थिति नाजुक होने के कारण पटना भेजा गया है.जख्मी को भी दो गोली लगी है.घटना की सूचना पर पुलिस पहुंचकर छानबीन में जुट गई.
घटना के संबंध में मृतक के पिता सुभाष राय ने बताया कि वह सभी मोहिउद्ददीनगर के राजा जान की रहने वाले है.यही रहकर राज मिस्त्री का काम करते है,और उनकी पत्नी ममता कार्यकर्ता के रूप में अनुमंडल अस्पताल कार्यरत है. मृतक दरभंगा मे रहकर फायनेन्स कम्पनी मे काम करता था. चार दिन पुर्व ही गाँव आया था.वही हमलोग लोकनाथपुर मोहल्ला में करीब 10 साल पुर्व जमीन लेकर झोपड़ीनुमा घर बना कर रहते है.
उस जमीन पर मोहल्ला के ही अभिनाश झा, रजनीश झा कब्जा करना चाहते हैं.कई बार पुलिस में शिकायत भी की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.जिसके कारण यें घटना हुईं है.वही रात करीब एक बजे अविनाश आधा दर्जन लोगों के साथ बाइक से आया.उनके झोपडी में घुसकर कर फायरिंग शुरू कर दी.सो रहे दोनों बेटा को गोली मार दिया.घटना को अंजाम देने के बाद मेरे जमीन पर गड़े सभी बांस को तोड़ते हुए सभी फरार हो गया.गोली की आवाज सुन आसपास के लोग इकट्ठा हुए जिसके बाद हमलोगो को जानकारी मिली तो जख्मी दोनों बेटे को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से दोनों को सदर अस्पताल लाया गया. गोविंद की मौत हो गई,जबकि कृष्णमूर्ति को पटना भेजा गया है.
मृतक के पिता का कहना था कि एक कट्ठा जमीन का विवाद है.जिस जमीन पर उनका मकान है,वह सालों पहले खरीदे थे.जबकि अभिनाश झा अपने लोगो के साथ उस जमीन पर कब्जा करना चाहता है.बार-बार आकर जमीन खाली करने को कहता है.उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भी उसी के पक्ष में आकर बोलती थी. जबकि वो जमीन मेरे द्वारा वर्षो पुर्व रजिस्ट्री करवाया गया था.पांच दिन पहले भी पूरे परिवार को खत्म कर देने की धमकी दी थी.और रात में झोपड़ी को तोड़ कर अंदर घुस आया और सो रहे दोनों भाई पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.पुलिस अगर कार्रवाई करती तो इस हत्याकांड को रोका जा सकता था.
वही शव के पोस्टमार्टम से आने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने दलसिंहसराय – रोसड़ा हॉस्पिटल चौक जाम कर आरोपी कि गिरफ्तारी व वरिय पदाधिकारियों को बुलाने कि माँग करने लगे. सुबह 11:30 में लगा जाम से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई.जाम कि सुचना पर थानाध्यक्ष अनिल कुमार,अपर थानाध्यक्ष शम्भू नाथ सिंह दल बल के साथ पहुँच कर लोगों को शांत करवाने में जुट गए. वही अन्य जनप्रतिनिधि व पुलिस द्वारा काफी समझाने में 2 बजे जाम समाप्त हुआ. जाम के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई.
डीएसपी ने किया घटना स्थल का मुआयना।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मो.नजीब अनवर घटना के बाद सोमवार की सुबह घटना स्थल का मुआयाना करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश पुलिस पदाधिकारी को दिया.डीएसपी ने बताया की दोनों के बीच पुर्व से जमीनी विवाद चल रहा था.पुलिस हर बिंदु पर जाँच कर रही है.आरोपी के घर छापेमारी कर रही है.पीड़ित पक्ष के द्वारा आवेदन देने पर आगे की प्रक्रिया तेजी से की जाएगी.जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जायगा.
नहीं रुक रहा जमीनी विवाद में हत्या व फायरिंग।
थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद में फायरिंग से लेकर हत्या आम बात हो गई है. दलसिंहसराय थाना क्षेत्र कि बात करें तो पिछले एक सालो में आधा दर्जन फायरिंग के मामले एंव दो लोगों कि मौत जमीनी विवाद के कारण ही हो चुकी है.जिसमें अप्रैल माह में नगरगामा पंचायत में जमीन को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों के बिच मारपीट की घटना में विजेंद्र दास की पत्नी रेणु देवी(35) की मौत हो गई थी.
वही 4 नवम्बर को अजनौल पंचायत के खोकसा रसलपुर टोला में भूमि विवाद में वृद्ध रामाशीष राय को बॉस-बल्ला से पीटकर हत्या हर दिया गया था.तो 23 मई को अजनौल पंचायत के खोकसा पोखर के पास जमीनी विवाद के कारण ही खोकसा वार्ड संख्या 5 अरविंद के पुत्र सौरभ कुमार को बदमाशों ने गोली मार कर जख्मी कर दिया था.ऐसे ही कई मामले है जिसमें लोग एक दूसरे के खून के प्यासे बन जाते है.वही कई लोगों ने थाना पर भूमि विवाद के निपटारे को लेकर लगने वाले जनता दरबार पर भी सवालिया निशान लगाने लगे है कि जब जमीनी विवाद नहीं रुक रही तो जनता दरबार सिर्फ खाना पूर्ति के लिए क्यों लगाया जाता है.
(कुणाल गुप्त- प्रभात खबर)