बुद्ध की 100 फीट लंबी स्लीपिंग प्रतिमा,बोधगया में 13 कट्ठे में बनी सबसे लंबी और 30 फीट ऊंची मूर्ति
Patna;बोधगया में देश के सबसे बड़े स्लीपिंग बुद्ध की प्रतिमा का उद्घाटन किया गया। 100 फीट लंबी और 30 फीट ऊंची भगवान बुद्ध की मूर्ति शयन मुद्रा में है। रविवार को इसका अनावरण किया गया, जिसमें विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालु शामिल।
सबसे पहले बौद्ध मंत्रों का पाठ हुआ फिर प्रतिमा के ऊपर से विधिवत तरीके से कार्टन रेज किया गया। यही नहीं बौद्ध अनुयायिओं ने विश्व शांति की कामना भी की। शयन मुद्रा में लंबी-चौड़ी प्रतिमा की स्थापना बोधगया के अमवा गांव के निकट रिवर साइड रोड के पास किया गया है।अब बोधगया आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक मठों-मंदिरों का दर्शन करने के अलावा शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का भी दर्शन करेंगे।
2019 में रखी गई थी बुनियाद
उद्धघाटन कार्यक्रम बुद्धा इंटरनेशनल सेंटर की ओर से किया गया। साल 2011 में इस प्रतिमा को स्थापित किए जाने के लिए बुनियाद रखी गई थी। 2019 से निर्माण कार्य शुरू हुआ। तब से लगातार निर्माण कार्य चल रहा था। इसे बनकर तैयार होने में करीब 5 साल लग गए। अनावरण के मौके बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु मौजूद थे। प्रतिमा का अनावरण के मौके पर जमकर आतिशबाजी भी की गई।
महाबोधि मंदिर से 4 किमी दूर शयन प्रतिमा
जिस स्थान पर ई-प्रतिमा का आवरण किया गया है वह स्थान महाबोधि मंदिर मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। खास बात यह है कि सड़क के किनारे होने की वजह से आवागमन की भी सुविधा सरल है। इसके साथ अब बोधगया आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक मठों-मंदिरों का दर्शन करने के अलावा शयन मुद्रा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का भी दर्शन करेंगे।
फाइबर से बनी है प्रतिमा
बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के फाउंडर सेक्रेटरी आर्य पाल भिक्षु ने बताया कि प्रतिमा फाइबर से बनी है। बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन ने निर्माण कराया है। निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था। इसे पहले कोलकाता में मूर्तिकार मिंटू पॉल व उनके साथ 22 शिल्पकारों ने बनाया। बाद में उसे टुकड़ों में बोधगया में लाकर, स्टील और सीमेंट के बने फ्रेम में लगाया गया।