Railways :बिहार के इस जंक्शन से लीची की रिकॉर्ड लोडिंग, लोडिंग से रेलवे ने कमाया 61 लाख रुपए ।
Record loading of litchi from this junction of Bihar, Railways earned Rs 61 lakh from loading.सोनपुर ।
सोनपुर रेल मंडल, कृषि उपज व्यवसाय में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रही है और मंडल के क्षेत्राधिकार के किसानों के कृषि उपज को देश के नये बाजारों तक पहुंचा कर, किसानों एवं व्यापारियों को उनके उपज का उचित मूल्य दिलाने में महत्वपूर्ण माध्यम बन रही है।
विदित हो कि मुजफ्फरपुर जंक्शन से पहली बार रिकॉर्ड लीची की लोडिंग की गई ।
इस संबंध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने बताया कि इस बार रेल प्रशासन द्वारा मुजफ्फरपुर जंक्शन से 20 मई 2022 से लीची ढुलाई सुनिश्चित करने के मद्देनजर आवश्यक व्यवस्था की गई थी l जिसके तहत बिना बिचौलिए के किसान एवं व्यापारी सीधे रेलवे बुकिंग काउंटर से लीची बुक करा कर अपने गंतव्य तक भेज सकते हैं। इस पहल से किसानों को कम किराया भुगतान कर लीची पवन एक्सप्रेस से लोकमान्य तिलक टर्मिनस एवं अन्य स्टेशनों को भेजा गया।
रेल प्रशासन के इस कदम का किसानों एवं छोटे व्यापारियों में हर्ष है एवं उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया ,जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष सोनपुर मंडल में पहली बार रिकॉर्ड लीची ढुलाई की गई।
उल्लेखनीय है कि 20 मई से 13 जून तक वी पी (पार्सल वैन) द्वारा कुल 5625 क्विंटल लीची एवं एस एल आर द्वारा कुल 840 क्विंटल लीची लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन भेजा गया,जिससे रेलवे को 46 लाख 31 हजार 718 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ |
इसके अलावे 08 मई से 13 जून 2022 तक लूज पार्सल वैन द्वारा 2988 क्विंटल लीची राजकोट , जयपुर , सूरत, अमृतसर ,दिल्ली ,भुसावल समेत कई स्टेशनों को भेजा गया,जिससे रेलवे को 15 लाख 38 हजार 318 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ |
इस प्रकार मुजफ्फरपुर जंक्शन से अब तक 9453 क्विंटल का रिकॉर्ड ढुलाई हुई ,जिससे रेलवे को 61 लाख 70 हजार 36 रुपए का राजस्व की प्राप्ति हुई | पिछले वर्ष मुजफ्फरपुर जंक्शन से कुल 5769 क्विंटल लीची की ढुलाई हुई थी, जिससे रेलवे को 30 लाख 22 हजार 121 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था।
मंडल के इस उपलब्धि पर मंडल रेल प्रबंधक श्री नीलमणि ने अवगत कराया कि इस बार पवन एक्सप्रेस में पार्सल वैन अटैच करने में चुनौतियों के बावजूद मंडल के बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के निरंतर प्रयास से यह अर्जित हुई। जिससे इस वर्ष भारी मात्रा में लीची लदान हुई, जिससे रेलवे को 61 लाख रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ ।
आगे उन्होंने बताया कि मंडल का यह प्रयास रहा है कि सामानों की ढुलाई में किसानों, बड़े व्यापारियों के साथ साथ छोटे व्यापारियों के हितों का भी ध्यान रखा जाए, जिससे किसी तरह की कोई भी परेशानी न हो।
इसके लिए मंडल के अधिकारियों द्वारा क्षेत्राधिकार के व्यापारियों के साथ समय समय पर बैठकें आयोजित करके समस्याओं के बारे में जानकारी ली जाती है तथा अगर कोई समस्या है तो उसका त्वरित समाधान किया जाता है।