समस्तीपुर में लोगों ने दिया एकजुटता का संदेश, खुद की फंडिंग से बनवा डाली सड़क
समस्तीपुर। शहर के आरएनएआर कॉलेज स्थित श्रीकृष्णापुरी मोहल्ला का इंद्रदेव पथ। इस रिहायशी इलाके के लोगों ने पिछले कई वर्षों तक जलजमाव का दंश झेला। हर साल के चार माह तक मोहल्ले का पानी मैं तैरना बन गई थी। स्थानीय लोगों ने हर बार व्यवस्था के जिम्मेवार लोगों के कार्यालय से लेकर उनके घर तक दस्तक दी। पर जलजमाव के अतिरिक्त सिस्टम ने भी इन्हें रूलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आने वाले मानसून को देखते हुए मोहल्लावासियों ने एकजुटता दिखायी। सभी ने अपने-अपने सामर्थ्य के मुताबिक आर्थिक सहयोग किया तो देखते ही देखते उस जर्जर पथ ऊंचीकरण भी हो गया और चलने लायक भी बन गया।
मोहल्लेवासियों की बैठक में बनी योजना
अपनी तंगहाली और विभागीय प्रताड़ना से तंग आकर उस मोहल्ले के लोगों ने एक बैठक की। अध्यक्षता बलिराम शर्मा ने की। इसमें सड़क निर्माण को लेकर प्रभावित लोगों से राशि इकट्ठा करने और उसी राशि से सड़क निर्माण की योजना बनी। चंद्रभूषण ठाकुर को सचिव और डा. विनय कुमार को कोषाध्यक्ष चुना गया। धीरे-धीरे योजना आकार लेने लगी। किसी ने पंद्रह हजार तो किसी ने पांच हजार की राशि से सहयोग किया। देखते ही देखते चार लाख की राशि इकट्ठा हो गई
150 ट्रेलर बालू और 85 ट्रेलर ईंट के टुकड़े से बन गई सड़क
संग्रहित राशि से 150 ट्रेलर बालू और 85 ट्रेलर ईंट मंगवायी गई। मजदूर, जेसीबी और रोलर की मदद से पीएनबी से प्रो. रामनिर्भय सिंह के घर तक इस सड़क को चलने लायक बना दी गई। इसमें डा. विनय कुमार, डा. एमएम पांडेय, सतीश कुमार, विनय कुमार सिंह, हरेकृष्ण शर्मा, मनीष कुमार, छोटे जी, सीबी ठाकुर, अमरेश कुमार, द्वारिकानाथ, शिवराम जी, मृत्युंजय ठाकुर, जेलीजी, प्रो. रमेश सिंह, प्रो. उषा चौधरी, डा. गौतम, भईया जी, संजय शर्मा, मनोज झा, प्राे. अभिलाषा सिंह, जर्नादन वर्मा, शिवशंकर जी, संगीत सिंह, विमलेंदु झा, डा. सुरेंद्र प्रसाद, प्रो. रामनिर्भय सिंह, प्रो. पवन कुमार सिंह, उमेश पांडेय, वीणा देवी, गुडडू जी, प्रो. विजय कुमार शर्मा, अशोक ठाकुर, तरूण कुमार, अविनाश चंद्र झा, मंटू जी, मनोज कुमार, शेखर पांडेय, शंभू तिवारी आदि ने अपने अंशदान से इसमें महती भूमिका निभाई। अब लोगों को विभागीय स्तर पर पीसीसी सड़क निर्माण का इंतजार है।