समस्तीपुर हसनपुर में हंगामा:निजी क्लिनिक में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत
समस्तीपुर।
स्थानीय बाजार के ईमली चौक रोड स्थित संचालित निजी सरिता क्लिनिक में बुधवार की रात ऑपरेशन के दौरान एक 45 वर्षीया महिला की मौत हो गई। मृतका प्रखंड क्षेत्र की देवड़ा पंचायत के डुमरा निवासी हीरा यादव की पत्नी सोमरिया देवी बताई गई है। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बाजार के सुभाष चौक पर गुरुवार को शव को सड़क पर रखकर यातायात बाधित कर दिया। इससे लगभग तीन घंटे तक वाहनों का परिचालन बाधित रहा। घटना के बाद चिकित्सक व अन्य कर्मी क्लिनिक बंद कर फरार हो गए। पुलिस क्लिनिक को सील कर महिला के शव अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया है। घटना के संबंध में मृतका के पति हीरा यादव ने बताया कि बुधवार की रात उनकी पत्नी सीना में दर्द होने पर इलाज के लिए सरिता क्लिनिक में भर्ती कराया।
वहां मौजूद चिकित्सक डॉ योगेंद्र कुमार ने सीने में गठिया होने की बात कहकर ऑपरेशन कराने की सलाह दिया। परिजनों की सहमति के बाद चिकित्सक ने बतौर 30 हजार रुपये अग्रिम राशि लेकर ऑपरेशन शुरू कर दिया। काफी देर तक चली ऑपरेशन के बाद चिकित्सक ऑपरेशन थियेटर से बाहर निकल कर ऑपरेशन सक्सेसफुल बताया। लेकिन आॅपरेशन के बाद देर रात से मरीज की हालत लगातार बिगड़ने लगी। डाक्टर ने बताया कि खून की कमी के चलते इसकी स्थिति बिगड़ रही है। आनन-फानन में डाक्टर ने ही एक यूनिट ब्लड की व्यवस्था कराई, जिसके लिए उनसे एक मोटी रकम अलग से वसूले गए। इसके बावजूद मरीज की स्थिति बिगड़ते देख डाक्टर सहित सभी नर्स हाॅस्पिटल छोड़कर भाग खड़े हुए।
घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने सुभाष चाैक पर डाॅक्टर के विरुद्ध जमकर की नारेबाजी
घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने शव को सरिता हास्पिटल के सामने रखकर हसनपुर-सखवा पथ को जाम कर दिया। इससे भी बात नहीं बनी तो बाजार के सुभाष चौक के निकट सड़क जाम कर चिकित्सक के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। इस बीच पंचायत मुखिया राम प्रमोद यादव के साथ अन्य लोग इंसाफ की मांग को लेकर सड़क पर बैठ गए। कहा कि हसनपुर में अप्रशिक्षित डाक्टरों की भरमार है, जहां आए दिन इनकी लापरवाही से मरीजों की जान चली जाती है। लेकिन यहां की चिकित्सा पदाधिकारी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।
घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने दोषी डाक्टर व नर्सो के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर सड़क जाम हटवाया। प्रशासन ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष ने बताया कि सरिता क्लिनिक के चिकित्सक और कर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरु कर दिया गया है।