बड़े काम के फायदे छुपे हैं ट्रेन टिकट पर लिखे 5 डिजिट के नंबरों में, मिलती है जरूरी जानकारी
नई दिल्ली।आगरा। अमूमन लोगों ने ट्रेन यात्रा की ही होगी। हां बेशक लंबी दूरी के लिए रिजर्वेशन भी कराया होगा। मतलब किसी न किसी रूप में ट्रेन का टिकट हाथ में जरूर आया ही होगा। कोच और बर्थ नंबर, ट्रेन डिपारचर से लेकर गंतव्य तक पहुंचने की जानकारी तो आमतौर पर लोग ट्रेन की टिकट पर पढ़ ही लेते हैं लेकिन एक और महत्वपूर्ण जानकारी ट्रेन टिकट छुपी होती है। टिकट में मौजूद 5 डिजिट का नंबर कई बड़ी जानकारियां देता है। मुख्य आरंक्षण पर्यवेक्षक, आगरा कैंट मनोज वर्मा के अनुसार ट्रेन टिकट पर लिखा 5 डिजिट का नंबर बताता है कि आप कहां जा रहे हैं और कहां से आ रहे हैं। इसके अलावा यह नंबर आपके ट्रेन की स्थिति और कैटेगरी भी बताता है।
5 डिजिट के नंबर का मतलब
हर ट्रेन का अपना एक विशेष नंबर होता है, जो उसकी पहचान होता है। ये डिजिट 0 से लेकर 9 तक के हो सकते हैं।
हर डिजिट का खास मतलब
5 डिजिट में पहले डिजिट (0-9) के अलग-अलग मतलब होते हैं। 0 का मतलब है कि ये ट्रेन स्पेशल ट्रेन है। (समर स्पेशल, हॉलीडे स्पेशल या अन्य स्पेशल)। अगर पहला डिजिट 1 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी तक जाती है। साथ ही यह ट्रेन राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दूरंतो होगी। पहला डिजिट 2 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी की है। 1-2 दोनों ही डिजिट की ट्रेनें एक ही श्रेणी में आती हैं। अगर पहला डिजिट 3 है तो यह ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है। अगर पहला डिजिट 4 है तो यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन है।
पहला डिजिट 5 है तो यह सवारी गाड़ी है। पहला डिजिट 6 है तो ये मेमू ट्रेन है। अगर पहला डिजिट 7 है तो यह डेमू ट्रेन है। अगर पहला डिजिट 8 है तो यह आरक्षित ट्रेन है। अगर पहला डिजिट 9 है तो यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है।
दूसरा और उसके बाद का डिजिट
इसमें दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के अनुसार ही होता है। जैसे अगर किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार लेटर रेलवे जोन और डिजिवन को दर्शाते हैं। यह 2011 4-डिजिट स्कीम के अनुसार होता है।
0- कोंकण रेलवे
1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी को दिखाता है. इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं.
3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
5- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे
जिस ट्रेन का पहला डिजिट 5,6,7 में से एक होता है उनका दूसरा डिजिट जोन को दिखाता है और बाकी डिजिट उनके डिविजन कोड को बताता है।