नदी में नहाने गई एक गांव की 5 बच्चियां डूबीं:3 को बचाया,2 की निकाली लाश;बच्ची बोली- पैर फिसला था
मुजफ्फरपुर के अहियापुर में बूढ़ी गंडक नदी में नहाने के दौरान पांच बच्चियां डूब गईं। घटना में तीन बच्चियों का तत्काल रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि दो बच्चियों की पानी में डूबने से मौत हो गई। घटना के करीब 25 घंटे बाद डूबी दो बच्चियों की लाश बरामद की गई। घटना बुधवार दोपहर दो से ढाई बजे की बीच की है।
मृत बच्चियों की पहचान अहियापुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ की रहने वाली 11 साल की सोनम और 14 साल की कृष्णा के रूप में हुई है, जबकि रेस्क्यू की गई बच्चियों में 10 साल की सोनाली, 8 साल की नंदिनी और 9 साल की रश्मि शामिल है।
रेस्क्यू की गई बच्ची ने क्या बताया?
रेस्क्यू की गई रश्मि ने बताया कि हम पांचों लड़कियां नदी में नहाने गए थे। इसी दौरान पैर फिसलने से गहरे पानी में डूबने लगे। इसी दौरान पास में खड़े गांव के एक अंकल ने मुझे, नंदिनी और सोनाली को बचा लिया, जबकि कृष्णा और सोनम डूब गईं।बच्चियों के डूबने की जानकारी के बाद गांव के लोगों ने पहले अहियापुर पुलिस को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद मौके पर SDRF की टीम पहुंची और बच्चियों की तलाश में जुट गई। जानकारी के मुताबिक, शाम करीब 6 बजे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया, लेकिन डूबी बच्चियों का रेस्क्यू नहीं किया जा सका। अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया था।गुरुवार सुबह करीब 6 बजे से दोबारा SDRF ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। शाम करीब चार बजे डूबी दोनों बच्चियों की लाश बरामद कर ली गई।
डूबी 14 साल की सोनम चार साल से ननिहाल में रहती थी
सोनम मूल रूप से जिले के सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर की रहने वाली है। पिछले चार साल से कोल्हुआ में अपनी नानी के घर रह रही थी। 10 साल की सोलम की दादी सुमित्रा ने बताया कि मैं तो अपने घर में थी। रामवचन पासवान की बेटी सोनम अपने ननिहाल कोल्हुआ में चार साल से रह रही थी। घटना की सूचना के बाद हम लोग यहां आए हैं। कल से हम लोग परेशान हैं। घर परिवार में मातम का माहौल है।
उन्होंने बताया कि मेरी पोती अपने नाना-नानी के पास रहना ज्यादा पसंद करती थी। छह साल की उम्र से ही वो नाना-नानी के घर रहती है। हम लोग ले जाते थे तो एक हफ्ते में ही मामा के घर चली आती थी। शाम को चार बजे घटना की जानकारी हुई।
कृष्णा के दादा बोले- कब नहाने गई, पता ही नहीं चला
मृत 14 साल की कृष्णा के दादा सकल पासवान ने बताया कि मेरी पोती कब नहाने गई, हम लोगों को पता ही नहीं चला। घटना बुधवार दोपहर दो से ढाई बजे की है। गोताखोरों ने बुधवार को भी बच्चियों को तलाशा था, लेकिन उनकी लाश नहीं मिली थी। आज फिर से खोजबीन की शुरू की गई। शाम को करीब चार बजे दोनों बच्चियों की लाश मिली।वहीं, गुरुवार को घाट पर पहुंचे अहियापुर थानेदार रोहन कुमार बताया कि बच्चे नहाने के लिए आए थे। पैर फिसलने से पांच बच्चे पानी में डूब गए। प्रत्यक्षदर्शी ने मुझे बताया कि शोर मचाया फिर गांव का ही एक लड़का आया और तीन बच्चियों को बाहर निकाल लिया। करीब 24 घंटे बाद दो बच्चियों की लाश बरामद कर ली गई है।