समस्तीपुर का मौसम:25 मई तक वर्षा की संभावना बनी रहेगी, 28 से 32 डिग्री के बीच रहेगा तापमान
समस्तीपुर.पूर्वानुमानित अवधि में 25 मई तक वर्तमान मौसमीय परिस्थितियों के कारण अभी भी वर्षा की संभावना बनी रहेगी। इसके चलते अधिकांश जिलों में हल्की वर्षा होने की संभावना है। कुछ जिलों में मध्यम वर्षा भी हो सकती है। डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि में अधिकतम तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 23-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इस बीच पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 18 से 20 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है। कभी-कभी पछिया भी चलने की सम्भावना है। वहीं सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 30 से 35 प्रतिशत रहने की संभावना है।
पूर्वानुमानित अवधि में वर्षा की संभावना को देखते हुए तैयार मक्का फसल की कटनी, दौनी तथा दानो को सुखाने के कार्य में सावधानी बरतने की आवष्यकता है। कीटनाशकों का छिड़काव मौसम साफ रहने पर ही करें। लम्बी अवधि वाले धान की किस्में जैसे-राजश्री, राजेन्द्र मंसुरी, राजेन्द्र स्वेता, स्वर्णा, स्वर्णा सब-1 वीपीटी-5204 एवं राजेंद्र कस्तूरी की नर्सरी 25 मई से लगा सकते हैं। नेसरी के लिए खेत की तैयारी करें। स्वस्थ पौध के लिए नंसरी में सड़ी हुई गोबर की खाद का व्यवहार करे। नर्सरी में क्यारी की चौराई 1.25-1.5 मीटर तथा लम्बाई सुविधानुसार रखें। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई के लिए 800-1000 बर्ग मीटर क्षेत्रफल की नर्सरी तैयार करें। बीज की व्यवस्था प्रमाणित स्त्रोत से करें। बीज गिराने के पूर्व बीजोपचार अवश्य कर लें।
वर्तमान मौसम में लत्तर वाली सब्जियों जैसे नेनुआ, करैला, लौकी (कद्दू), और खीरा फसलों में फल मक्खी कीट की निगरानी करें। यह इन फसलों को क्षति पहुंचाने वाला प्रमुख कीट है। मादा कीट मुलायम फलों की त्वचा के अन्दर अंडे देती है। अंडे से पिल्लू निकलकर अन्दर ही अन्दर फलों के भीतरी भाग को खाता है। इसके कारण पूरा फल सड़ कर नष्ट हो जाता है। इस कीट का प्रकोप शुरू होते ही 1 किलोग्गाम छोआ (गुड़), 2 लीटर मैलाथियान 50 ईसी को 1000 लीटर पानी में घोल कर प्रति हेक्टेयर की दर से 15 दिनों के अन्तराल पर दो बार छिड़काव मौसम साफ रहने पर करें।
^पूर्वानुमानित अवधि में 21 से 25 मई तक वर्तमान मौसमीय परिस्थितियों के कारण अभी भी वर्षा की संभावना बनी रहेगी। -डॉ. ए. सत्तार, नोडल पदाधिकारी, मौसम विभाग, पूसा।