“जम्मू-कश्मीर हादसे में बिहार का जवान शहीद:700 फीट गहरी खाई में गिरी सेना की गाड़ी
बेगूसराय.जम्मू-कश्मीर के रामबन के बैटरी चश्मा इलाके में रविवार को सेना की एक गाड़ी 700 फीट गहरे खाई में गिर गई। हादसे में 3 जवानों की मौत हो गई। मृतकों में बेगूसराय के रहने वाले जवान सुजीत कुमार भी शहीद हुए हैं। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने घटना पर दुख जाहिर करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
शहीद जवान के पिता झपस का कहना है कि शनिवार को बेटे ने फोन पर बात की थी। सुजीत 3 महीने बाद अपने घर आने वाले थे, लेकिन इससे पहले उसकी मौत की खबर पहुंच गई।
पिता ने बताया-
बेटा 20 दिन पहले ही गया था। शनिवार को फोन पर मैंने उससे कहा था रिटायरमेंट ले लो, लेकिन सुजीत ने कहा- मैं सेना में हूं और अपनी ड्यूटी पूरा करूंगा। वो 3 महीने बाद फिर से घर आने वाले थे।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सेना का वाहन जम्मू से श्रीनगर जा रहे काफिले का हिस्सा था। रविवार सुबह साढ़े 11 बजे रामबन NH-144 के एक तीखा मोड़ आया।इस वजह से सामने से आ रही गाड़ी नहीं दिखी। जिसके कारण ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया और गाड़ी खाई में गिर गई। सेना, पुलिस, SDRF और स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।
बेटे की मौत के बाद मां बोलने की स्थिति में नहीं
हादसे के बाद रविवार दोपहर करीब 12 बजे सेना की तरफ से परिजन को फोन आया। कहा- सुजीत का एक्सीडेंट हो गया है। ये सूचना मिलने के बाद परिवार वाले टेंशन में आ गए। कुछ ही देर में दूसरी बार सेना की ओर से कॉल आया। बताया गया कि सुजीत अब नहीं रहे।
इतना सुनकर घर में मातम का माहौल बन गया। सुजीत की मां शांति देवी बेटे की मौत के बाद कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है।सुजीत जेसीओ के पद पर पठानकोट में कार्यरत थे। 2001 में सेना में ज्वॉइनिंग हुई थी। चार भाइयों में सुजीत दूसरे नंबर थे। पत्नी सिंधु देवी अपने 2 जुड़वा बच्चे 14 वर्षीय सोनम और किंशु को लेकर बेगूसराय में रहती है।
बच्चे बेगूसराय में ही पढ़ाई करते हैं। बड़ी बेटी 16 वर्षीय संध्या पटना में रहकर एनडीए की तैयारी कर रही है। इन्हें परिवार वालों ने अभी सुजीत की मौत की सूचना नहीं दी है।
मंगलवार को बेगूसराय पहुंचेगा पार्थिव शरीर
जवान के चचेरे भाई रणजीत ने कहा, ‘हमलोगों को दोपहर 12 से 1 बजे के बीच सेना के हेड क्वार्टर से फोन आया और सड़क हादसे में सुजीत के घायल होने की जानकारी दी गई। कुछ ही देर बाद सेना की ओर से फिर फोन आया। कहा गया कि सुजीत अब नहीं रहे। उनके साथ 2 और जवानों की मौत हुई है।हमने सेना से पूछा कि क्या हमें वहां आना पड़ेगा। जवाब में सेना की तरफ से कहा गया हम खुद ही पार्थिव शरीर लेकर पहुंचेंगे। मंगलवार को सेना पार्थिक शरीर लेकर बेगूसराय पहुंच जाएगी।’
घर बनवा रहे थे सुजीत
दोस्त राहुल ने कहा, ‘सुजीत परिवार के सबसे सरल स्वभाव के सदस्य थे। वे अभी नया मकान बनवा रहे थे। कह कर गए थे कि जब वापस आऊंगा तो घर के निर्माण कार्य को पूरा करवाऊंगा। होली में छुट्टी पर घर आएं थे। 20 दिन पहले ही वे ड्यूटी पर गए थे।’
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