“बिहार के बिहटा व छपरा में खुलेगा पुलिस विद्यालय, दाखिले को 15 अक्टूबर से आवेदन
पुलिस विद्यालय की स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाया है। यह पहल न केवल पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि समाज में पुलिस विभाग की सकारात्मक छवि को भी मजबूती देगी। बिहार पुलिस स्कूल की स्थापना सेवानिवृत्त, शहीद, दिवंगत और कार्यरत पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए की जा रही है।
विभाजन से पूर्व झारखंड के हजारीबाग स्थित श्रीकृष्ण आरक्षी बाल विद्यालय बिहार पुलिस का एकमात्र विद्यालय था। ऐसे में यह प्रस्ताव एक ऐतिहासिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक बजट, अपील, कल्याण ने पत्र जारी किया है। इसमें राज्य के सभी डीजी, एडीजी, आईजी और डीआईजी से इस प्रस्ताव पर सात दिनों के अंदर सुझाव मांगा गया है। बताया गया है कि यह विद्यालय पुलिस विभाग के सहयोग से संचालित होगा। बच्चों को सुरक्षित व अनुशासन वाला वातावरण प्रदान करेगा।
मान्यता : सीबीएसई व बिहार बोर्ड दोनों से होगी बिहार पुलिस विद्यालय को सीबीएसई और बिहार बोर्ड दोनों से मान्यता प्राप्त होगी। शुरुआत में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई कराई जाएगी। आगे 10वीं और 12वीं तक विस्तार देने की योजना है। विज्ञान, गणित, कंप्यूटर, संगीत और शारीरिक शिक्षा जैसे विषयों के लिए योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। प्रस्ताव के अनुसार विद्यालय में कुल सीटों में से 50% सीटें पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगी। शेष 50% सीटों पर बाहरी बच्चों को प्रवेश मिलेगा। इनमें से 25% सीटें कमजोर वर्ग और अलाभकारी समूहों के लिए आरक्षित होंगी, जिन्हें निःशुल्क प्रारंभिक शिक्षा दी जाएगी।