“बिहार:थानेदार ने 150 लाठी मारी,बोला-1 लाख दो छोड़ दूंगा:70 हजार रिश्वत ली फिर छोड़ा
मुजफ्फरपुर में पुलिस ने थाने में एक शख्स की बेरहमी से पिटाई कर दी। पीड़ित रोशन कुमार का कहना है कि उसे पानापुर करियातू थाने के थानेदार ने 150 लाठी मारी है। जहां लाठी मारी गई, वहां शरीर नीला पड़ गया है।दरअसल, रोशन के साले को पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा था। वो 11 मार्च को अपने साले को छुड़ाने थाने गए थे। पुलिस ने रोशन को छोड़ने के लिए 1 लाख रुपए की डिमांड की, लेकिन रोशन इतने रुपए देने में सक्षम नहीं था।
उन्होंने 70 हजार रुपए देने की बात कही। रुपए निकालने के लिए पुलिस अपनी गाड़ी से रोशन को ATM ले गई। वहां 20 हजार पीड़ित ने निकाला। बाकी पैसे निकालने के लिए जब दूसरे बैंक के ATM गए तो वो बंद था।पीड़ित ने अपने CSP संचालक दोस्त के खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए। दोस्त ने वो पैसा पीड़ित की मां को दिए। मां पैसे थाने लेकर उसके बाद रोशन को छोड़ा गया। रोशन ने खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताया है।
पीड़ित रोशन ने कहा, ‘हरचंदा गांव से एक बाइक की चोरी हुई थी। बाइक में GPS लगा हुआ था। बाइक के मालिक ने ट्रेस किया, तो पता चला कि बाइक बहिलबारा में है। पुलिस वहां पहुंची तो वहां बाइक नहीं मिली। जिस जगह पर बाइक का लोकेशन मिला था, उस जगह पर शिव शंकर मिश्रा नाम का एक युवक रहता है, जो पहले बाइक चोरी के मामले में जेल जा चुका है।’
बाइक की लोकेशन वाली जगह से मेरा ससुराल 100 मीटर है। वहां मेरा साला अकेला सो रहा था। पुलिस ने उसे पकड़ लिया। जिसके बाद मुझे फोन कर बुलाया गया। मैं 5 मिनट में वहां पहुंचा।’ मैं वहां पहुंचा तो पुलिस मेरे साले को लेकर थाने चली गई। मुझे कहा कि सुबह में आप थाने आइएगा। मैं सुबह थाना गया तो मुझसे पुलिस वालों ने कहा कि आप चोर और गाड़ी को बरामद करा दीजिए। आपके साले को छोड़ देंगे, नहीं तो इसपर कार्रवाई होगी।’
मुझे जबरन अपराधी बनाने की कोशिश की गई- पीड़ित
पीड़ित रौशन ने कहा, ‘मैं थाने से निकलने के बाद शंकर मिश्रा के घर पहुंचा, जहां बाइक का लोकेशन मिला था। घर में शंकर नहीं था। उसकी मां थी। जिसके बाद मैं अपने घर लौट गया। 11 मार्च की शाम में मेरे साले ने मुझे फोन कर थाने बुलाया। जब मैं थाने पहुंचा तो पुलिस वालों ने मुझे नहीं छोड़ा। वे लोग मुझे अपराधी बनाने की कोशिश कर रहे थे।
पूर्व मंत्री पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि
पानापुर का थाना प्रभारी राज बल्लव ने पीड़ित को बेहरमी से पीटा है। मैंने एसएसपी से बात की। पीड़ित ने रिश्वत का पैसा देने का सबूत मुझे दिखाया। जिसके बाद मैंने फिर से एसएसपी से बातकर जांच की मांग की। पीड़ित एनडीए का कार्यकर्ता है। उसे पीटा गया है। कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क पर उतरेंगे।पीड़ित रौशन ने गुरुवार को मामले की जानकारी पूर्व मंत्री अजीत कुमार को दी। पूर्व मंत्री ने एसएसपी सुशील कुमार और ग्रामीण एसपी विद्यासागर से बात कर उचित कार्रवाई की मांग की है। पूर्व मंत्री और पीड़ित रौशन ने एसएसपी को लिखित आवेदन भी सौंपा है।
थाना प्रभारी राज बल्लव ने कहा,
बाइक चोरी के मामले में संदेह के आधार पर उसके साला को पकड़ा गया था। जिसके बाद उसका बहनोई आया। संदेह के आधार पर दोनों से पूछताछ की गई है। जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया। मारपीट और रुपया लेने का आरोप गलत है।
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