बेटे को मरा हुआ मान मां ने कर दिया था श्राद्ध,लड़का प्रयागराज में मिला,जानें पूरी कहानी
सिवान: कहा गया है “जिसको रखे साईयां मार सके ना कोय.” ये बात सच में चरीतार्थ होता हुआ सामने आया है. सिवान जिले के हुसैनगंज थाना मुख्यालय स्थित हुसैनगंज उत्तर मुहल्ला कुम्हार टोली से लगभग 4 वर्ष 4 महिने पहले एक लड़का गुम हो गया था. वह लड़का महाकुम्भ प्रयागराज की भीड़ में भीख मांगते हुए मिला. लड़के की मां ने बताई की मैं महाकुम्भ प्रयागराज में स्नान करने गयी थी. वहां पर चारों तरफ अपनी नजरें उसके तलाश में घुमाती रही परन्तु कुछ पता नहीं चला. इसी दौरान हुसैनगंज बाज़ार के चार पांच लोग प्रयागराज स्नान करने इसी सप्ताह गये थे. वहां पर जब ये लोग गंगा स्नान करके लौट रहे थे तो गुमशुदा लड़का अपने गांव के लोगों को देख कर पहचान लिया और दौड़ कर उनलोगों का पैर पकड़ लिया.
इशारे में सबकुछ बताया
मां ने बताया कि वह प्रयागराज में कटोरा लेकर व्हील चेयर पर बैठ कर भीख मांग रहा था. गांव वाले भी उसको पहचान लिए. चूंकि लड़का विकलांग और गूंगा दोनों था इसलिए इशारे इशारों में ही सब कुछ बता दिया था. उसी दौरान जो उसका किडनैपर था वहां पहुंच कर ये कहने लगे कि यह विकलांग लड़का मेरा छोटा भाई है. इस बात पर वहां कहासुनी होने लगी. पुलिस उनलोगों को थाने में ले जाकर पुछताछ करने लगी. जब उसके घर से परिजनों द्वारा उसका आधार कार्ड भेजा गया और फोन पर सभी जानकारी दी गई तब वहां की पुलिस बौंड भरवा कर गाँव वालों के साथ घर ले जाने के लिए भेज दिया.
लड़के का श्राद्ध कर्म भी कर दिया गया था
प्रयागराज से ट्रेन से लड़के को गांव लाया गया और उसकी मां रेखा देवी को सौंप दिया गया. उसकी मां अपने पुत्र को पाते ही सीने से लगा कर भावुक होकर रोने लगी. इस बात की खबर मिलते ही उसके घर पर ग्रामीणों सहित सगे संबंधियों की भीड़ लगने लगी. सभी में खुशी का ठिकाना नहीं था. चारों तरफ चर्चा का विषय बना रहा कि चार वर्ष पूर्व हुए गूम लड़का सही सलामत अपने घर आ गया है. लड़के की मां के मुताबिक दिसम्बर 2024 में इसका श्राद्ध कर्म भी कर दिया गया था. बताया जाता है कि लड़का के पिता राम प्रवेश पड़ित की बहुत पहले मृत्यु हो चुकी है . उसकी माँ गाँव में मजदूरी करके अपना घर परिवार चलाती है. उस लड़का का एक बड़ा भाई है वह भी एक पैर से विकलांग है. जबकि बड़े भाई की 2024 में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी.
अब मेरा बेटा मेरे साथ है
संदर्भ में लड़का गुम हो जाने के पश्चात् उस लड़का के परिजनों द्वारा काफी खोजबीन किया गया परन्तु उसका कहीं भी अतापता नहीं चला. लापता बच्चे की मां रेखा देवी ने बतायी कि कोरोना के समय नवंबर 2020 में छठ के दिन मेरा लड़का परमेश्वर पड़ित उम्र लगभग 25 वर्ष अपने घर हुसैनगंज से सुबह में खा पीकर सीवान चला गया था. वह शहर में लोगों से खाने पीने के लिए पैसे मांगता था.वह देर शाम तक घर नहीं लौटा तो उसका खोजबीन शुरू हुआ. सगे संबंधियों सहित रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, बाजार हाट, आदि स्थानों पर हफ्तों दिनों तक रात दिन एक करके पता किया गया लेकिन कहीं भी उसका अता पता नहीं चला.
लड़का दोनों पैर से विकलांग है अपने हाथों के सहारे चलता है. वह तीन भाईयों में छोटा है. उसके घर वाले भी खुश नज़र आ रहे हैं. लड़के की मां ने कहा कि अब उनके बेटा मिल गया है. मुझे काफी खुशी है कि मेरा बेटा अब मेरे पास वापस आ गया है. मां ने आगे कहा कि मैं तो चारों तरफ ढूंढ कर थक हार गई थी और श्राद्ध भी कर दी थी. अब मेरा बेटा मेरे साथ है.