“समस्तीपुर:मृत बागमती नदी के बांध पर जल संसाधन विभाग ने बनाया रोड, बर्षो की मांग हुई पूरी
“समस्तीपुर:खानपुर.प्रखंड अंतर्गत मृत बागमती नदी के बाईं तटबंध पर सेदुखा गांव स्थित महावीर मंदिर से लेकर गुदारघाट दुर्गा मंदिर तक निर्माणाधीन सड़क अब बनकर तैयार हो गया है।कई वर्षों से परेशानी झेल रहे लोगों की तकलीफें अब दूर हो गई है।लोगों की माने तो करीब 6 वर्षों से भी अधिक समय से यह सड़क अधूरा पड़ा था। पूर्व में सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। लेकिन बीच में ही किसी कारणवश सड़क का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया था। कई बार लोगों ने अधूरी सड़क निर्माण को लेकर आक्रोश भी जताया था।
लेकिन अब सड़क बनकर तैयार हो जाने के बाद लोगों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग से पुरानी मृत बागमती नदी के बायां तटबंध के किलोमीटर 16.00 से किमी 20.05 के बीच चार किलोमीटर में सुदृढ़ीकरण और पक्कीकरण सड़क का कार्य 759.48 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है।लोगों ने बताया कि जब करीब 7 साल पूर्व सड़क निर्माण कार्य शुरू हुई थी, तब हमलोगों में एक आशा की किरण दिखाई दी थी, कि अब समस्या समाप्त हो जाएगी। लेकिन जब निर्माण कार्य रुक गया और कई वर्षों तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुई तो, फिर आशा निराशा में बदल गई। कंक्रीट बिछाई सड़क पर चलने में परेशानी हो रही थी।
लोगों ने बताया कि यह सड़क बंधार होते हुए गुदारघाट की मुख्य सड़क को जोड़ती है।सड़क पर उखड़ा हुआ गिट्टी, पत्थर की वजह से चलने में काफी परेशानी हो रही थी। नदी के बांध पर सड़क होने के कारण उक्त सड़क को बनना और जरूरी इसलिए भी था, कि सड़क का निर्माण कार्य होने के बाद बांध में और मजबूती आ जाएगी। अब नए सिरे से संवेदक के द्वारा निर्धारित समय पर अब सड़क चकाचक बनकर तैयार हो गया। अब लोगों को परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी।
सेदुखा, बंधार होते हुए गुदारघाट को जोड़ती है सड़क बताया गया कि सेदुखा, बंधार होते हुए गुदारघाट व बल्लीपुर को यह सड़क जोड़ती है। इन गांवों के लिए यह समस्तीपुर या फिर सादीपुर को जोड़ने के लिए मुख्य मार्ग है।लोगों ने बताया कि सड़क बनने से करीब 6 गांवों के करीब 25 हजार आबादी को यातायात सुविधा सरल हो गया। पहले लोगों को ग़ुदारघाट, गाहर, बल्लीपुर जाने के लिए कई किलोमीटर सफर तय करना पड़ता था। अब सेदुखा, शादीपुर, टेंगराहा, बंधार आदि के गांव के लोगों के लिए ग़ुदारघाट, गाहर, बल्लीपुर जाने के लिए सड़क की दूरी काफी कम हो गया है। खासकर किसानों और व्यापार से जुड़े लोगों की परेशानी दूर हो गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले उक्त बांध सड़क पर चलने में काफी डर लगता था। खासकर बारिश के दिनों में जगह-जगह रेनकट हो जाने के बाद लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। लोग भगवान भरोसे सड़क से आवागमन कर रहे थे।