“पुलिस टीम पर ईंट-पत्थर से हमला, थानाध्यक्ष सहित 5 घायल:बेगूसराय में जमीन विवाद सुलझाने पहुंची थी
बेगूसराय में जमीन को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम पर भीड़ ने ईंट-पत्थर से हमला किया गया। इस हमले में थानाध्यक्ष समेत 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। भीड़ ने पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।वहीं, इस घटना में 5 स्थानीय लोग भी घायल हुए हैं। एक घर में भी आग लगा दिया गया। घटना बखरी थाना क्षेत्र के प्राणपुर गांव की है।घटना की सूचना मिलते ही एसपी मनीष और बखरी डीएसपी सहित आसपास के सभी थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद किसी तरह से मामले को शांत कराया गया।घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए बखरी पीएचसी में भर्ती कराया गया है। घायलों में बखरी थानाध्यक्ष फैसल अहमद अंसारी, एसआई अर्चना कुमारी, एसआई पुष्पलता, एएसआई कुंदन कुमार और चालक चंदन कुमार शामिल हैं।
इलाके में कैंप कर रही पुलिस
पुलिस घटना की जांच-पड़ताल में जुटी है। खेत जोत रहे ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है। पुलिस मौके पर कैंप कर रही है, स्थिति शांतिपूर्ण है। लेकिन गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
कोर्ट ने दिया था जमीन खाली कराने का आदेश
जानकारी के मुताबिक, प्राणपुर में खाता नंबर-1 और खेसरा नंबर-396 के 16 बीघा जमीन पर 2 साल पहले 150 महादलितों ने घर बना लिया था। जमीन के जोतदार मालिक अबू नसर और सादिक अख्तर ने इस मामले को कोर्ट में ले गए।17 अगस्त 2024 को अनुमंडल कोर्ट ने इन लोगों के पक्ष में फैसला सुनाया और गढ़पुरा सीओ को जमीन खाली कराने का आदेश दिया। लेकिन, जमीन खाली नहीं कराया जा रहा था। आज इसी जमीन को लेकर हंगामा हुआ।
मोहम्मद सादिक ने बताया कि ‘करीब 16 बीघा का यह प्लॉट हम लोगों का है। इस पर महादलित समुदाय के लोगों ने रातों-रात जबरदस्ती घर बना लिया था। हम लोग कोर्ट गए तो कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया। आज जब वहां से गुजर रहे थे तो उसी जमीन पर ट्रैक्टर से जुताई की जा रही थी। हमने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों ने हमला कर दिया।’
हमलोगों की हत्या कर देते
स्थानीय भू-माफिया अब्दुल सलाम और मोहम्मद वकील के सहयोग से खगड़िया के बहादुरपुर निवासी रुपकांत राय का ट्रैक्टर मंगवा कर खेत जोत रहा था। पुलिस को हमने सूचना दी। हम लोग नहीं भागते तो बौयेलाल सदा, योगेंद्र सदा, त्रिवेणी सदा, अमीर सदा, मलेछू सदा, मोहन सदा, बिरंची सदा, सुरेश सदा सहित 40-50 महिला और पुरुष मिलकर हमलोगों की हत्या कर देते। वह लोग हथियार से भी लैस थे।
मां-बहनों पर पुलिस ने चलाई लाठी
वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि यह बकास मालिक की जमीन है, जमींदार कहता है कि ये हमारी जमीन है। वह लोग आज प्रशासन को लेकर आए, हमारी मां-बहनों पर लाठी चलाना शुरू कर दिया। हम लोगों ने कहा कि सरकार की जमीन पर घर बनाए हैं, वही जोत रहे हैं। इतना कहते ही पुलिस ने लाठी चलाना शुरू कर दिया। हम लोग को देखने वाला कोई नहीं है।
जमीन खाली करने का नोटिस एसडीओ की ओर से आया था। हम मानवाधिकार आयोग और महादलित आयोग में गए। सबको आवेदन दिए। प्रशासन ने खेत में मौजूद ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया। हम लोग उसे छोड़ने के लिए कह रहे थे। वहीं प्रशासन का कहना था कि यह जमीन तुम्हारी नहीं है।
भीड़ ने एक पक्ष के लोगों के घरों को आग के हवाले कर दिया।
हमारे पक्ष के कई लोगों पर केस कर दिया गया है। आज हम लोग उस जमीन पर सब्जी लगाने के लिए ट्रैक्टर चलवा रहे थे। इसी दौरान वह लोग आए और मारपीट करने लगे। हमारे घरों में आग लगा दी गई। पुलिस भी उन्हीं लोगों के पक्ष में आई और हमारे परिवार के महिलाओं के साथ मारपीट की।