“बेगूसराय के जिस गांव तक CM की यात्रा,उसे और चमकाया:500 मीटर दूर दूसरे गांव में सड़कें तक नहीं,विरोध भी करेंगे लोग
“बेगूसराय:बेगूसराय.’मुख्यमंत्री जी… भला मुझसे क्या नाराजगी है, मेरी अनदेखी क्यों की जा रही है। मुझसे 500 मीटर दूर मनियप्पा गांव को तो चकाचक किया जा रहा है, लेकिन मुझे कोई पूछ ही नहीं रहा है। मेरी पहचान शंकरपुर बखड्डा गांव के नाम से है। मैं भी मनियप्पा पंचायत का ही हिस्सा हूं, लेकिन… मेरे साथ क्या हो रहा है, मैं आपको बताता हूं।’
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में 18 जनवरी को बेगूसराय के मटिहानी ब्लॉक के मनियप्पा पंचायत जाना है। वे यहां के मनियप्पा गांव जाएंगे और ‘पंचायत सरकार भवन’ समेत जिले भर की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद आसपास के इलाकों में भी घूमेंगे। सरकार की ओर से चल रही योजनाओं की जानकारी लेंगे। उसके बाद समाहरणालय में समीक्षा बैठक करेंगे।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर मनियप्पा गांव तक की सड़कें चकाचक हो गईं हैं। रास्ते के ट्रांसफॉर्मर की घेराबंदी, चापाकल का प्लास्टर निर्माण, सड़क के किनारे यातायात चिन्ह लगाने की प्रक्रिया करने के साथ-साथ पेड़ों की भी रंगाई की गई है। पंचायत भवन में ही डाकघर भी खोले जा रहे हैं। फूलों से सजाने के बाद अब पीसीसी सड़क का निर्माण किया जा रहा है।पूरा सिस्टम मनियप्पा गांव को चकाचक करने में लगा हुआ है। जो बिजली विभाग ग्रामीणों की ओर से शिकायत करने पर तार-पोल को महीने भर में ठीक नहीं करते थे, उसे बस एक फोन पर ठीक किया जा रहा है। पीएचडी के अधिकारी सूचना मिलते ही तुरंत चापाकल की मरम्मत कर रहे हैं। जिला प्रशासन के सभी अधिकारी ही नहीं स्थानीय विधायक भी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों को सभी काम जल्दी पूरा करने का निर्देश दिया जा रहा है।
सत्तारूढ़ दल के सचेतक और स्थानीय विधायक राजकुमार सिंह ने कहा कि तैयारी जोर-शोर से चल रही है। 18 जनवरी को मुख्यमंत्री आ रहे हैं, पंचायत सरकार भवन परिसर में खेल ग्राउंड बन रह है। पोखर, आंगनबाड़ी केंद्र और सामुदायिक केंद्र बन रहा है।
CM नीतीश इन योजनाओं का लेंगे जायजा
गुप्ता-लखमिनियां बांध चौड़ीकरण, रिंग बांध, शाम्हो में डिग्री कॉलेज समेत सभी योजनाओं पर चर्चा होगी। विकास कार्य हमेशा चलता है, लेकिन जब सूबे के मुखिया का आगमन हो रहा है तो निश्चित रूप से कार्यों में तेजी आती है। बहुत योजनाओं की घोषणा होने की संभावना है।
गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर क्या बताया?
पैक्स अध्यक्ष रामाधार कुंवर ने बताया, ‘मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ही नहीं, गांव वाले भी स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। जो बदलाव हुआ है उसमें और चार चांद लगाने की तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के आने की सूचना से बिजली व्यवस्था, सड़क, पोखर पंचायत सरकार भवन सभी को नया किया जा रहा है। पहले पोखर नहीं था, बिजली बदहाल हालत में था, तार झूल रहे थे, सड़क नहीं था, आज सब कुछ बन रहा है। बहुत बड़ा बदलाव हो गया है मनियप्पा में।’मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम की तैयारी होते ही रामदीरी से वाजितपुर होते हुए लाखो तक रिंग बांध की सड़क चकाचक हो गई। जो सड़क वर्षों से बदहाल थी, कमर भर के गड्ढे थे। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने बताया कि आने जाने में काफी परेशान होती थी, अब मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हो रहा है तो एक सप्ताह पहले यह सड़क चकाचक हो गई है।
अब कहानी बखड्डा गांव की…
‘हमारे राज्य के राजा आ रहे हैं, लेकिन हमारी सुनने को कोई तैयार नहीं’
रंगरोगन और बदलाव का काम सिर्फ मनियप्पा गांव तक ही हो रहा है। मनियप्पा गांव से आगे और पंचायत के अन्य गांव में न तो कोई काम हो रहा है और न ही उस ओर कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं। इसी पंचायत में बखड्डा गांव की मुख्य सड़क गड्ढे के समीप डेढ़ वर्षों से टूटी हुई है। दर्जनों लोग इस गड्ढे में गिरकर चोटिल हो चुके हैं। ग्रामीण मुखिया से लेकर जिला तक गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उसे किसी का ध्यान नहीं है।
मनियप्पा में मुख्यमंत्री जिस जगह आएंगे, वहां गड्ढा को पोखर का स्वरूप दिया जा रहा है। लेकिन वहां से करीब 500 मीटर दूरी पर स्थित मनियप्पा पंचायत के ही बखड्डा में पोखर बदहाल पड़ी हुई है। पोखर में फैली गंदगी न केवल स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहा है, जबकि बल्कि वहां की स्थिति ऐसी है कि छठ में भी लोग अर्घ्य नहीं दे पाए थे।
बखड्डा के लोगों ने कहा कि हमारे राज्य के राजा जहां आ रहे हैं, उस जगह से 500 मीटर की दूरी पर स्थित हमारा गांव बदहाल है। कोई सुनने को तैयार नहीं है। परेशान होकर हम लोग 11 जनवरी को मटिहानी प्रखंड कार्यालय पर धरना देंगे। 18 जनवरी को जब मुख्यमंत्री आ रहे हैं तो एक ओर हम उनका स्वागत करेंगे तो दूसरी ओर इस अनदेखी के लिए विरोध भी करेंगे।
बखड्डा गांव के लोग बोले- विकास की पहुंच सिर्फ मनियप्पा गांव तक ही है
मनियप्पा पंचायत से 500 मीटर दूर बखड्डा गांव के रहने वाले राजेंद्र कुंवर ने कहा कि हमारे गांव में विकास का कोई काम नहीं हुआ। मुखिया ने जो भी विकास किए हैं, सिर्फ मनियप्पा में किए हैं। यहां सड़क की स्थिति बहुत खराब है, पोखर की स्थिति बदहाल है। बिजली का तार टूटा हुआ है, पोल गिरा हुआ है, लेकिन कोई काम नहीं हो पा रहा है। हम शासन-प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि मनियप्पा पंचायत में ही है, यहां भी काम होना चाहिए।
योगेन्द्र दास ने बताया, ‘मुख्यमंत्री सिर्फ मनियप्पा गांव के लिए आ रहे हैं, बखड्डा भी मनियप्पा पंचायत में ही है। लेकिन इस गांव के लिए कोई ध्यान आकर्षित करने वाला नहीं। मनियप्पा को आदर्श पंचायत का नाम दिया गया है। मुख्यमंत्री आदर्श पंचायत देखने के लिए आ रहे है, लेकिन इसी पंचायत के शंकरपुर बखड्डा गांव में सड़क की स्थिति बदहाल है। सड़क टूट कर गिर गया है, अंदर से ईंट-मिट्टी निकल चुका है। रोज इसमें बच्चे गिर रहे हैं, हम लोग प्राथमिक उपचार कर उनके अभिभावकों को बुलाकर सौंप देते हैं।’
उप सरपंच संतोष कुमार ने बताया, ‘मनियप्पा गांव होकर जाने वाले पानी के रास्ते को अवरुद्ध कर पोखर बनाया जा रहा है। लेकिन इसी पंचायत के बखड्डा गांव में कोई काम नहीं हो रहा है। योजना का बोर्ड नहीं लगा है, सड़क टूटा है, पेवर ब्लॉक नहीं लगा, पोखर का काम तीन-चार साल से चल रहा है, कचरा ऐसे ही पड़ा हुआ है। छठ पूजा से पहले ही मुखिया को कहे साफ करवा दीजिए तो बोले मेरे पास फंड में नहीं है। अब 11 जनवरी को ब्लॉक में धरना देंगे, फिर मनियप्पा भी जाएंगे, उसके बाद डीएम के यहां जरूरत पड़ा तो धरना प्रदर्शन देंगे।’
रोशन कुमार ने कहा, ‘500 मीटर की दूरी पर मुख्यमंत्री आ रहे हैं, उस गांव से पहले मेरे गांव में पोखर का काम शुरू हुआ, लेकिन पोखर की क्या स्थिति है यह कोई भी देख सकता है। मुख्यमंत्री के आने से पहले 11 फरवरी को प्रखंड में धरना प्रदर्शन करेंगे वहां से सुनवाई नहीं हुआ तो हम लोग मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे।’
अब जान लीजिए, मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के तीसरे चरण का शेड्यूल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तृतीय चरण की प्रगति यात्रा की शुरुआत खगड़िया से होगी।
16 जनवरी को खगड़िया में कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पटना वापस लौट जाएंगे।
18 जनवरी को बेगूसराय आएंगे और बेगूसराय में कार्यक्रम के बाद पटना लौट जाएंगे।
20 जनवरी को सुपौल, 21 जनवरी को किशनगंज एवं 22 जनवरी को अररिया में प्रगति यात्रा होगी। इस तीनों रात मुख्यमंत्री मधेपुरा में रुकेंगे।
23 जनवरी को सहरसा में कार्यक्रम के बाद वह पटना लौट जाएंगे।
27 जनवरी को पूर्णिया एवं 28 जनवरी को कटिहार में कार्यक्रम होगा, इस दोनों दिन मुख्यमंत्री मधेपुरा में रात्रि विश्राम करेंगे।
29 जनवरी को तृतीय चरण की अंतिम यात्रा मधेपुरा में होगी और मधेपुरा में कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पटना लौट जाएंगे।