“बिहार के सौरभ को मिला प्रधानमंत्री वीर बालक पुरस्कार: राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, 3 बच्चियों को डूबने से बचाया..
“बिहार :शेखपुरा के रहने वाले सौरव कुमार(10) को प्रधानमंत्री वीर बालक पुरस्कार से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को दिल्ली में सम्मानित किया। इसके बाद पीएम मोदी ने भी सौरभ से मुलाकात की। सौरभ ने 2024 के अगस्त महीने में अपने गांव के तालाब में डूब रहे 3 बच्चियों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया था।
गरीब घर से आते हैं सौरभ
सौरभ कुमार जिले के किशनपुर गांव में रहते हैं। सौरव बेहद गरीब परिवार से आते हैं। उनके पिता पिंटू रावत मजदूर है और माता रेखा देवी गृहिणी है। उनका परिवार आज भी टूटे-फूटे कच्चे मकान में रहता है। घर में दरवाजा तक नहीं है। एक कमरा है, जिसमें धूप की रोशनी तक नहीं आती है। सौरभ 5 भाई है, जिसमें वो तीसरे नंबर पर है।
अब तक नहीं मिला पक्का मकान
सौरभ की मां खाना बनाने के लिए मिट्टी के चूल्हे और लकड़ी का इस्तेमाल करती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक उन्हें पक्का मकान नहीं मिला है। स्थानीय सरकारी स्कूल ने सौरव की पढ़ाई का खर्च उठाया है। ताकि उसका भविष्य अच्छा रहे।
सरकार ने सौरभ के परिवार का नहीं किया मदद
सौरव के चाचा जितेंद्र राउत और चाची बेबी देवी ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। लेकिन परिवार की दयनीय स्थिति पर चिंता भी व्यक्त किया है। सौरव के चाचा जितेंद्र राउत ने बताया कि सालों से संघर्ष कर रहे हमारे परिवार की मदद के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
2023 में स्विमिंग की ट्रेनिंग ली थी
बता दें कि 2023 में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय, शेखपुरा के 3 प्रखंडों में सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसमें 6 से लेकर 18 साल तक के 300-300 बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण करवाया गया था। इसमें सौरभ कुमार ने भी स्विमिंग की ट्रेनिंग ली थी।
अगस्त महीने में सौरव कुमार गांव में बने तालाब के पास भैंस चराने गया था। इस दौरान उसने 4 बच्चियों को तालाब में डूबते हुए देखा था। अपनी जान की परवाह किए बिना, सौरव ने तालाब में कूदकर 3 बच्चियों की जान बचाई। हालांकि, एक बच्चे को बचाया नहीं जा सका था।
10 अगस्त 2024 को मिला था पुरस्कार
सौरभ की बहादुरी की जानकारी मिलते ही 10 अगस्त को जिला बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनिवास ने अपने कार्यालय में बुलाकर उसे पुरस्कृत और सम्मानित किया था। साथ ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय वीर बाल पुरस्कार के लिए उनके नाम की अनुशंसा भी की थी। इसके बाद 15 अगस्त को भी सौरभ को सम्मानित किया गया था।