“BPSC टीचर की 4 साल पहले हुई थी शादी,डेढ़ साल पहले नौकरी लगी, यूट्यूब पर देती थी जॉब्स की जानकारी, हत्या के पीछे…
“BPSC टीचर की हत्या :दलसिंहसराय में घर में घुसकर BPSC महिला टीचर मनीषा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के खोकशाहा गांव में हुए इस मर्डर के पीछे 29 साल पुराना जमीन विवाद बताया जा रहा है।जिस जमीन के लिए वारदात को अंजाम दिया गया वो जमीन मनीषा के पति की दादी के नाम पर थी। इस 10 कट्टा जमीन को लेकर मनीषा के ससुर और गांव के ही एक अन्य पक्ष से पुराना विवाद चल रहा है।
इस जमीन को लेकर मनीषा के ससुर नरेश शाह के पिता और भाई की हत्या भी हो चुकी है। उस वक्त हत्या में जो लोग आरोपी थे, उनके परिवार के लोगों ने ही मनीषा की सोमवार तड़के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी।महिला शिक्षक के भाई ने बताया कि ‘4 साल पहले मेरी बहन की शादी हुई थी। डेढ़ साल पहले वो सरकारी टीचर बनी थी। कुछ दिनों तक वह स्कूल के पास ही किराए के मकान में रहती थी, लेकिन पिछले 6 महीने से वो अपने ससुराल से स्कूल आना-जाना कर रही थी। अब उसकी हत्या हो गई।’
यूट्यूब पर वीडियो बनाकर जॉब की देती थी जानकारी
BPSC टीचर मनीषा के भाई ने बताया कि ‘वो बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद वो नौकरी की तैयारी में जुट गई थी। वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर मनीषा साह नाम से उनका चैनल था। इस पर मनीषा वीडियो बनाकर पोस्ट करती थीं, जिसमें जॉब, प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कैसे करें, की जानकारी देती थीं। इसके अलावा, घर बैठे कैसे काम करें इसकी भी जानकारी देती थी।’
क्या है 29 साल पुराना मामला
18 अगस्त 1995 को मनीषा के ससुर नरेश शाह के भाई योगेंद्र शाह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दलसिंहसराय थाना में मामला 102 /1995 दर्ज हुआ। हत्या के इस मामले में गांव के ही नागो महतो को आरोपी बनाया गया।नागो महतो का आपराधिक इतिहास था, जिसका विरोध योगेंद्र शाह करते थे, जिस कारण उनकी हत्या कर दी गई। इस हत्या में पुलिस और कोर्ट में पैरवी करने वाले उनके भाई नरेश शाह अब नागो महतो के निशाने पर आ गए थे।नरेश शाह की माने तो 26 जुलाई 1996 की रात नागो महतो उनकी हत्या करने के लिए उनके घर पर पहुंचे। इस दौरान नरेश शाह के पिता घर के मेन गेट पर चेहरा ढक कर सो रहे थे। ॉ
नागो महतो ने समझा कि ये नरेश शाह ही है और उसने तीन गोली दाग दी। बात में पता चला कि हत्या नरेश शाह के पिता भुट्टू शाह की हत्या की गई है।इस मामले में भी दलसिंहसराय थाने में 103/1996 प्राथमिक की दर्ज कराई गई। पुलिस जांच के बाद केस में ट्रायल भी शुरू हुआ। केस को लेकर कोर्ट में गवाही चल रही थी। इसी दौरान सामाजिक स्तर पर समझौता हुआ।
सामाजिक स्तर पर हुए समझौता के तहत केस खत्म करने के लिए नागो महतो की ओर से नरेश शाह की मां के नाम पर 10 कट्टा जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई।अब मनीषा की हत्या में जिन्हें नामजद किया गया है, उनमें अरविंद महतो मुख्य अभियुक्त है, जो नागो महतो का बेटा है।
दो हत्या का मामला खत्म हुआ, जमीन रजिस्ट्री हुई, फिर विवाद कहां से शुरू हुआ?भुट्टू शाह और योगेंद्र शाह की हत्या के बाद सामाजिक समझौते के तहत मिली 10 कट्ठा जमीन में से नागो महतो के बेटे अरविंद महतो ने कुछ जमीन 2004 में बेच दी। यहीं से फिर से दोनों परिवार में विवाद शुरू हो गया।
मामले को लेकर कई बार समझौता भी हुआ। लेकिन बात सुलझ नहीं पाई। घर में दो-दो हत्या होने के बाद नरेश शाह के परिवार के लोग अपनी ही जमीन पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।पिछले 20 दिसंबर को नरेश शाह की ओर से थाने में आवेदन दिया गया था और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। आवेदन दिए जाने के ठीक चार दिन बाद ही नरेश शाह की बहू की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
हत्याकांड में दर्ज कराई गई नामजद प्राथमिकी
मनीषा हत्याकांड में मृतक के ससुर नरेश शाह के बयान पर नामजद प्राथमिक की दर्ज कराई गई है, जिसमें अरविंद कुमार महतो समेत 6 से 7 लोगों को आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद एसपी अशोक मिश्रा भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की है।एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि ‘घटना के बाद उन्होंने खुद भी घटनास्थल का मुआयना किया है। फोरेंसिक विभाग की टीम को भी मौके पर बुलाया गया था, जिसने कई सैंपल लिए हैं। घटना के पीछे जमीनी विवाद की बात बताई गई है। हालांकि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।