“केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले मंत्री:बाढ़ नियंत्रण की 6650.33 करोड़ कीयोजनाओं की केंद्र से मंजूरी का अनुरोध
पटना.जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। इस दौरान बिहार में बाढ़ नियंत्रण से संबंधित 6650.33 करोड़ की योजनाओं को मंजूरी देने का अनुरोध किया। रिवर मैनेजमेंट इन बॉर्डर एरिया के तहत 2147.58 करोड़, बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के तहत 4502.75 करोड़ की योजनाओं के डीपीआर जल शक्ति मंत्रालय में सौंपा गया है।
साथ ही बजट भाषण में घोषित 11500 करोड़ की राशि के तहत प्रथम चरण में बाढ़ नियंत्रण से संबंधित 6650.33 करोड़ की प्रस्तावित योजनाओं की तत्काल स्वीकृति के लिए संबंधित प्राधिकार को आवश्यक निदेश देने का अनुरोध किया है।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि बिहार हमेशा देश के बाहर से आने वाली नदियों की बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित होता रहा है। नेपाल भाग में बाढ़ नियंत्रण से संबंधित संरचनाओं के निर्माण में कोई प्रगति नहीं हो पाई है। बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई योजना सहित अन्य संसाधनों से बाढ़ प्रबंधन व बराज निर्माण के लिए योजनाओं की तेजी से मंजूरी जरूरी है।
इस मौके पर राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा मौजूद थे। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि 27 सितंबर से 30 सितंबर के बीच पूरे नेपाल में तेज बारिश हुई। वहां से आने वाली गंडक, बागमती, कोशी, महानंदा आदि नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से उच्चतम जल स्तर के सारे रिकार्ड टूट गए। कोसी और गंडक में तो अनेक स्थानों पर लंबी दूरी में तटबंधों के ऊपर से बाढ़ का पानी बह गया।
जल संसाधन मंत्री ने कहा इन नदियों पर पूर्व से निर्मित तटबंध अब पूरी सुरक्षित नहीं रही। इसके दो प्रमुख कारण है। पहला जलवायु परिवर्तन के कारण नेपाल में अधिक वर्षा और वहां से आने वाली नदियों से अत्यधिक जलश्राव। दूसरा इन नदियों में लगातार जमा हो रहे गाद के कारण नदी तल ऊंचा होने। नदियों का तल ऊंचा होने से जल संग्रहण क्षमता का ह्रास हो गया है। बाढ़ अवधि में जल का फैलाव अधिक होता है।