“कॉन्स्टेबल बनाने के लिए महिला दरोगा ने मांगे 15 लाख: पीड़ित दुकानदार बोला- 2.90 लाख देने के बाद भी नहीं लगी नौकरी
भागलपुर में एक महिला दरोगा ऐश्वर्या राय पर 2 लाख 90 हजार रुपए की ठगी का आरोप लगा है। पीड़ित शंभू कुमार ने 22 नवंबर को सिटी एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। इसके बाद गुरुवार को मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई। दरोगा ने आरोपों को झूठा बताया है।
ऐश्वर्या भागलपुर के इशाकचक थाने में तैनात हैं। उन पर पीड़ित शंभू कुमार के बेटे को दरोगा बनाने के नाम पर ठगी करने का आरोप लगा है। मामला सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के बिसौनी गंगापुर गांव का है।दुकानदार शंभू का कहना है, ‘साल 2022 के श्रावणी मेले में दरोगा ऐश्वर्या राय की ड्यूटी सुल्तानगंज प्रखंड शिविर में लगी थी। प्रखंड कार्यालय के पास ही मेरी दुकान है। वहां महिला दरोगा ड्यूटी के दौरान आती थी। इस दौरान ही उनसे पहचान हुई।
कुछ दिन बाद उन्होंने पूछा कि दुकान से आप कितनी कमाई कर लेते हो? यदि आपका कोई लड़का है, तो मैं उसे बिहार पुलिस में भर्ती कर दूंगी। उसकी जिंदगी सुधर जाएगी। उन्होंने ये कहकर कई लोगों से मोबाइल से बात कराई कि उनकी नौकरी मैं लगा चुकी हूं।
पीड़ित बोले- 15 लाख रुपए की मांग की
पीड़ित शंभू ने बताया, ‘महिला दरोगा के भरोसे में आने के बाद 15 लाख में नौकरी की बात पक्की हुई। शुरुआती राशि के रूप में एक लाख रुपए कैश मैंने अपनी दुकान पर धनंजय के सामने एश्वर्या को दिया। धनंजय, एश्वर्या का करीबी है। कैश के बाद मैंने एश्वर्या को अपने बेटे की पढ़ाई से संबंधित कागजात भी दिए। दरोगा ने कहा कि जैसे-जैसे काम होगा, बाकी के 14 लाख रुपए देते जाना। फरवरी 2023 में महिला दरोगा एश्वर्या औद्योगिक थाना जीरोमाइल में पदस्थापित थी।
पीड़ित शंभू के मुताबिक, कुछ दिनों बाद एश्वर्या ने और दो लाख रुपए की मांग की। मेरे पास दो लाख रुपए कैश नहीं थे। इसके बाद जीरोमाइल में एश्वर्या के घर जाकर मैंने उन्हें 1 लाख 90 हजार रुपए का चेक दिया। 4 मार्च 2023 को चेक कैश हो गया, यानी पैसे एश्वर्या को मिल गए।
पैसे वापस मांगने पर गाली-गलौज भी की
शंभू ने बताया, ‘अब इतने दिन बीत गए। बेटे की नौकरी नहीं लगी। करीब एक साल पहले एश्वर्या ने बाकी बचे रुपए की मांग की। फिर मैंने उनसे पूछा कि लिस्ट दिखाइए कि आखिर मेरे बेटे का नाम कहां है? आप लिस्ट दिखाएंगी, तभी हम बाकी के रुपए देंगे। मेरे ओर से सवाल उठाए जाने के बाद एश्वर्या ने आनाकानी शुरू कर दी। लगभग एक साल से ज्यादा तक एश्वर्या बात को टालती रही। न तो उन्होंने कोई लिस्ट दिखाई और न ही मेरे बेटे की नौकरी लगी।’
शंभू ने कहा कि मैंने जब एश्वर्या से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने मेरी पत्नी के सामने मेरे साथ गाली-गलौज की। बहुत बहस हुई, जिसके बाद मैंने उनको कॉल लगाना बंद कर दिया। मैं समझ गया कि कोई नौकरी लगने वाली नहीं है। मैं ठगी का शिकार हो गया हूं।एक हफ्ते पहले ही यानी 22 नवंबर 2024 को शंभू ने आवेदन देकर सिटी एसपी से न्याय की गुहार लगाई। 28 नवंबर को सिटी एसपी ने जांच का आदेश देते हुए टीम का गठन कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
वहीं, SSP आनंद कुमार ने बताया, ‘दुकानदार ने आवेदन दिया है। उसने एक महिला दरोगा और उनके एक करीबी धनंजय कुमार पर नौकरी के नाम पर रुपए लेने का आरोप लगाया है। मामले में जांच की जा रही है। विधि व्यवस्था डीएसपी चंद्रभूषण को जांच के लिए निर्देश दिया गया है।
दरोगा बोलीं- आरोप बेबुनियाद
वहीं, इस मामले पर दरोगा ऐश्वर्या राय ने बताया कि ‘धनंजय ने पीड़ित से कर्ज के तौर पर रुपए लिया था। बाकायदा 10 हजार रुपए लौटाया भी था। बाकी रुपए लौटाने की बात भी धनंजय और पीड़ित के बीच हो चुकी थी। अब बीच में बेवजह मुझे घसीटा जा रहा है। मैं भला ऐसा क्यों करूंगी। नौकरी लगाने के नाम पर आपने और धनंजय ने रुपए लिए? इस सवाल पर दरोगा ने जवाब दिया कि मैंने उनसे रुपए नहीं लिया है। आरोप बेबुनियाद है।