“पटना और बिहार म्यूजियम को जोड़ने वाली टनल में गोल्फ कार से भी आने-जाने की सुविधा..
पटना.पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को जोड़ने वाली टनल में पैदल और गोल्फ कार से चलने की सुविधा होगी। पैदल जाने वालों के लिए सीढ़ियां और पैदल पथ होगा। वहीं पैदल नहीं चलने वाले लोगों के लिए बैटरी चालित गोल्फ कार की सुविधा होगी। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। अभी दोनों म्यूजियम के पास इंट्री-एग्जिट भवन और बेली रोड स्थित पटना वीमेंस कॉलेज के पास सिस्टम बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है।
टनल के निर्माण के लिए मिट्टी का सर्वे हो रहा है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद टनल का निर्माण होगा। डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, 273 करोड़ की लागत से बनने वाली टनल का व्यास 8 मीटर होगा। 16.5 मीटर की गहराई पर टनल बोरिंग मशीन चलाई जाएगी। बेली रोड पर पटना मेट्रो और म्यूजियम की टनल का क्रॉसिंग प्वाइंट है। यहां पर पटना मेट्रो की सुरंग 29 मीटर नीचे से गुजरेगी। राज्य सरकार ने कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) को सौंपा है।
आर्ट गैलरी के रूप में होगा विकसित
म्यूजियम को देखने के लिए आने वाले स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। कारण, यह अंडरग्राउंड टनल एक आर्ट गैलरी (कला वीथिका) की तरह होगी। इसमें मधुबनी पेंटिंग्स द्वारा राज्य की कला, संस्कृति, विरासत, भित्तिचित्र सहित अन्य कलाकृतियों को सुरंग की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा।
1.5 किमी लंबी टनल का निर्माण होगा
पटना म्यूजियम से बिहार म्यूजियम की अंडरग्राउंड दूरी 1.5 किमी है। ये भारत में दो संग्रहालयों को जोड़ने वाली पहली सुरंग होगी। इसके प्रवेश और निकास भवन में एक भूतल और प्रथम तल होगा। इसका तीन लेवल का बेसमेंट होगा। यहां पर सुरक्षा जांच, लिफ्ट, सीढ़ी अन्य आवश्यक सुविधाएं रहेंगी।