Thursday, November 21, 2024
Health

“40 करोड़ की लागत से मॉडल अस्पताल का निर्माण: समस्तीपुर में जल्द मिलेगी सुविधा,सौंपेगी मैटर्निटी सेंटर

समस्तीपुर के मरीजों को बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच पटना व डीएमसीएच दरभंगा नहीं जाना पड़े इसके लिए सदर अस्पताल परिसर में चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर बन रहा है। करीब 33 करोड़ की लागत से 100 बेड वाले सेंटर का निर्माण किया जा रहा है।

करीब 40 करोड़ की लागत से मॉडल अस्पताल का निर्माण काम चल रहा है। लेकिन, दोनों योजनाओं की गति धीमी है। लोगों को इसका फायदा कब मिलेगा इस सवाल पर स्वास्थ्य विभाग सिविल सर्जन पर बचते नजर आते हैं। हालांकि, वह कहते हैं जल्द ही लोगों को इसका फायदा मिलने लगेगा।

सदर अस्पताल परिसर में करीब 33 करोड़ की लागत से 100 बेड की सुविधा वाला चाइल्ड एंड मैटर्निटी सेंटर बनकर लगभग तैयार हो चुका है। तीन महीना पहले ही इसे विभाग को सौंपे जाने की बात बताई गई थी। लेकिन तकनीकी कारणों से इस सौंपा नहीं जा सका। अब कार्य एजेंसी जनवरी 2025 तक इसे विभाग को सौंपने की तैयारी कर रहा है।

कार्य एजेंसी को तीन महीने बाद सौंपा जाएगा

सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने बताया कि भवन बन कर तैयार हो चुका है। अंदर कुछ उपकरण लगाया जा रहा है। जिसे लगाए जाने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है। जिसके बाद निर्माण एजेंसी इसे सौंपेगी।

कुपोषित मां और बच्चों को बेहतर उपचार के लिए अब डीएमसीएच और पीएमसीएच जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बेहतर से बेहतर सुविधा सदर अस्पताल में ही उपलब्ध हो जाएगी। अभी गंभीर रूप से बीमार मां और शिशु को बेहतर उपचार के लिए डीएमसीएच और पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है।

केंद्र के शुरू होने के साथ ही भवन में स्पेशल चाइल्ड केयर यूनिट के साथ, पिकू वार्ड को भी इसी भवन में शिफ्ट किया जाएगा। यहां आईसीयू की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है। इसी भवन में पैथोलॉजी जांच को भी शिफ्ट करने की तैयारी है।

मॉडल अस्पताल बनने में अभी लग सकता है तीन साल का समय

सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल बनाने का निर्माण कार्य चल रहा है। 40 करोड़ की लागत से बनने वाले इस अस्पताल की आधार शिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2020 में रखी थी। भवन को एक वर्ष के अंदर बन कर तैयार होना था। लेकिन करीब चार साल गुजरने के बाद भी सिर्फ अस्पताल का बेसमेंअ ही बन पाया है। जिससे माना जा रहा है कि अभी इस अस्पताल के बनने में अभी दो से तीन सालों का समय लग सकता है।

अस्पताल में 500 बेड होगा। जहां एक ही छत के नीचे मरीजों को सभी प्रकार की सुविधा मिलेगी। एक ही छत के नीचे लेबर रूम, ओटी, पेइंग वार्ड, लिफ्ट, रैंप का निर्माण कराया जाएगा।

 

गंभीर मरीजों को पटना रेफर करने की नहीं होगी जरूरत

सदर अस्पताल के डेवलपमेंट होने पर मरीजों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। सीएस ने बताया कि लिफ्ट और रैंप बन जाने के बाद मरीजों को लाने ले जाने में काफी सुविधा होगी। खासकर सिजेरियन पेशेंट के लिए बहुत बड़ी सुविधा होगी। हॉस्पिटल में 20 बेड का आईसीयू भी बनाया जाएगा। जहां गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए रखा जाएगा।

डॉक्टर और कर्मचारी की संख्या भी बढ़ेगी साथ ही अन्य मेडिकल कर्मियों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे गंभीर मरीजों को रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगी। इससे गंभीर मरीज को पटना, दरभंगा रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। यहां मेडिकल कॉलेज की तरह सुविधा मिलेगी।

सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने कहा कि मॉडल अस्पताल निर्माण को लेकर अभी तय सीमा नहीं रखी गई है। चल रहे निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है। चाइल्ड एंड मेटरनिटी सेंटर बन कर तैयार है। कुछ तकनीकी कारणों से इसे अभी विभाग को नहीं सौंपा गया है। अगले दो से तीन महीना का और वक्त लग सकता है। जिसके बाद लोगों को सुविधा मिलेगी।

Kunal Gupta

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