20 साल बाद मुंगेर वासियों का सपना हुआ साकार,सीएम नीतीश और केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सौंपा घोरघट पुल,जानें इसकी खासियत।
भागलपुर: शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार भागलपुर पहुंचे। यहां उन्होंने घोरघट पुल का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वर्चुअली उपस्थित हुए। वहीं, मौके पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी भी मौजूद रहीं। मुंगेर सांसद ललन सिंह समेत कई मंत्री विधायक भी पुल के उद्घाटन के समय बतौर विशिष्ठ अतिथि मौजूद रहे।
सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन करते हुए पुल का जायजा लिया। इसके बाद वे मुंगेर के लिये सड़क मार्ग से रवाना हो गए। उनके साथ पथ निर्माण मंत्री नवीन किशोर और पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी भी मुंगेर के लिये निकले। मुंगेर में वे श्री कृष्ण पुल का लोकार्पण करेंगे।
घोरघट पुल के बारे में
पुल की लंबाई-59 मीटर पुल की चौड़ाई-16 मीटर पुल के पहुंच पथ-200 मीटर पुल निर्माण की लागत 11.5 करोड़ पुल का निर्माण 25 अप्रैल 2012 में शुरू हुआ था। चड्ढा एंड चड्ढा कंपनी को 7.61 करोड़ से पुल बनाने का काम मिला था। यह पुल 24 अक्टूबर 2013 में बनाकर तैयार होना था। इस पुल के निर्माण में 5.29 करोड़ रुपये एनएच विभाग ने खर्च भी किया था।
भागलपुर और मुंगेरवासियों को होगी सुविधा
पुल के उदघाटन के साथ ही सफर हो जाएगा आसान 10 सालों से बंद दो कमिशनरी शहर भागलपुर-मुंगेर के बीच शुरू हो जाएगी बस सेवा इस पुल के चालू होने से मुंगेर से भागलपुर आने और भागलपुर से मुंगेर जाने वालों को ट्रेनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। भागलपुर से पटना का सफर भी आसान हो जाएगा। 30 किलोमीटर से अतिरक्ति चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
कई कारणों के चलते इस पुल के निर्माण में लंबा समय लग गया। पहले पुल को 7.61 करोड़ की लागत से बनाया जाना था। जिसका ठेका सीएंडसी को मिला। एक स्पेन का काम अधूरा छोड़ एजेंसी ने जुलाई 2019 में काम बंद दिया। साथ ही, इस पुल को एनएच विभाग से पुल निर्माण निगम को बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। साल पहले इस पुल के निर्माण का ठेका ब्रिज कंस्ट्रक्श्न को मिला। दिसंबर 2020 में एजेंसी ने निर्माण कार्य शुरू किया। जो अब जाकर पूरा हुआ।