1,228 किमी सड़कें बनेंगी,21 शहरों को जोड़ने के लिए 26 सड़कें बनेंगी, 20,403 करोड़ रुपए मंजूर
नई दिल्ली।भोपाल.मप्र के 21 शहरों और यूपी-गुजरात से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 20,403 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। कुल 1,228 किमी तक 26 सड़कों का निर्माण होगा। इनमें से 612 किमी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) बनाएगा। इस पर 13,658 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वहीं, 616 किमी सड़कों का बजट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के तहत हो रहा है।
खास बात यह है कि एनएचएआई की 14 में से दो सड़कें नागपुर से वडोदरा कॉरिडोर का हिस्सा हैं, जो खंडवा, बैतूल, नागपुर, नासिक जैसे शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी। बाकी सड़कें 14 शहरों में आना-जाना करने वाले यात्रियों की राह आसान करेंगी।
बैतूल-खंडवा सेक्शन (एनएच-347बी):
बैतूल से मोहदा (90 किमी) और मोहदा से बाराकुंड तक 2-लेन प्लस पावर्ड सेक्शन पर 1200 करोड़ खर्च होंगे। ये नागपुर से वडोदरा कॉरिडोर का हिस्सा है, जिससे खंडवा से बैतूल व नागपुर जुड़ेगा।
देशगांव-खरगोन सेक्शन (एनएच-347बी): करीब 1700 रुपए खर्च कर 65 किमी लंबी ये सड़क 4-लेन में तब्दील होगी। यह भी नागपुर-बड़ोदरा कॉरिडोर का हिस्सा है, जो खंडवा से नासिक और बड़ोदरा को जोड़ेगी। आगे यही सड़क खरगोन-बड़वानी सेक्शन से मिलेगी, जिसे 35 किमी का बनाया जाएगा। इस पर 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
बरेठा घाट (एनएच-46) : इटारसी-बैतूल सेक्शन में टाइगर कॉरिडोर के इस 20 किमी हिस्से को 4-लेन में तब्दील किया जाएगा। 550 करोड़ की लागत से ये सड़क भोपाल से बैतूल और नागपुर को जोड़ेगी।
सलकनपुर-नसरुल्लागंज-बुधनी-बाड़ी स्ट्रेच : इस 41 किमी लंबे हिस्से की लागत 650 करोड़ रुपए होगी, जो इंदौर-जबलपुर कॉरिडोर का पार्ट है।
झाबुआ-रायपुरिया-पेटलावद सेक्शन : 50 किमी लंबी इस सड़क पर 650 करोड़ खर्च होंगे। यह रतलाम के लिए लोकल सेक्शन साबित होगी।
बैतूल-खंडवा (एनएच-347बी) : यह 33 किमी लंबी परियोजना 381 करोड़ रुपए में पूरी होगी।
सागर-कानपुर : सतिया घाट से अंगोर गांव तक 55 किमी की यह सड़क 1006 करोड़ रुपए में बनेगी। आगे अंगोर गांव से एमपी-यूपी बॉर्डर तक के 44 किमी हिस्से को भी जोड़ेगी। सागर होते हुए कानपुर से भोपाल की कनेक्टिविटी सुधरेगी।
ग्वालियर सिटी बायपास : 29 किमी लंबे इस बायपास पर 1005 करोड़ खर्च होंगे। इससे आगरा से इंदौर आने में सुविधा होगी।
ओरछा-झांसी ग्रीन फील्ड हाईवे लिंक : एनएच-26 को एनएच-76 से जोड़ने वाले इस लिंक की लंबाई 14 किमी होगी और इसकी लागत 491 करोड़ रुपए है। इससे झांसी-ग्वालियर और झांसी से ललितपुर जाने वालों को आसानी होगी।
सागर बायपास (सागर लिंक रोड-02) : इस 26 किमी लंबे बायपास की लागत 756 करोड़ रुपए है। विदिशा से लखनादौन जाने वालों के लिए आसानी होगी। सागर शहर का ट्रैफिक भी डी-कंजेस्ट होगा।
जबलपुर-दमोह : जबलपुर से दमोह तक 80 किमी लंबी इस परियोजना पर 1773 करोड़ रुपए का व्यय होगा। सागर से जबलुपर कनेक्टिविटी अच्छी होगी।
रीवा-सीधी सेक्शन (एनएच-39): 30 किमी लंबे इस सेक्शन पर 1500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ये सड़क प्रयागराज को मप्र से जोड़ेगी।
मंत्री बोले- सबसे बड़ा फायदा निवेशकों को… केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 19 अक्टूबर को भोपाल में हुए इंडियन रोड कांग्रेस के सेमिनार में इन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी देने का वादा किया था। पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह बोले- इन परियोजनाओं से विकास की रफ्तार बढ़ेगी। इतनी बड़ी संख्या में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का बड़ा फायदा उन निवेशकों को मिलेगा, जिन्होंने सरकार को निवेश प्रस्ताव दिए हैं।