विंटर वेकेशन के दौरान शिक्षकों का होगा ट्रांसफर:सोमवार से आवेदन शुरू,पुरुषों को 10 अनुमंडल, महिलाओं के लिए…
Patna.बिहार पोस्टिंग पर स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई है। इस एकेडमिक ईयर केट्रांसफर अंत तक प्रकिया पूरी हो जाएगी। विंटर वेकेशन के दौरान ट्रांसफर को अमलीजामा पहनाया जाएगा। विंटर वेकेशन खत्म होने के साथ टीचर नए स्कूल में योगदान करेंगे। विंटर वेकेशन के समय टीचर नए घरों को तलाश करेंगे। सरकार ने ट्रांसफर ऑप्शन को भी स्पष्ट कर दिया है। महिला और बीमार टीचर पंचायत का ऑप्शन देंगे। वहीं, मेल टीचर अनुमंडल का ऑप्शन देंगे। कुल दस ऑप्शन देने होंगे।
सोमवार से सॉफ्टवेयर ओपेन
बिहार में टीचर के ट्रांसफर का सॉफ्टवेयर सोमवार से ओपन हो जाएगा। तबादला लेने वाले टीचर आवेदन ऑनलाइन करेंगे। शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ.एस सिद्धार्थ ने कहा है कि ट्रांसफर ट्रांसपैरेंट होगा। तय थ्योरी पर किया जाएगा। किसी टीचर को घबराने की जरूरत नहीं है।
स्कूल नहीं पंचायत और अनुमंडल ऑप्शन
टीचर को दस ऑप्शन को सेलेक्ट करना है। शिक्षकों को स्कूल नहीं, उन्हें पंचायत और अनुमंडल ऑप्शन सेलेक्ट करना होगा। शिक्षा अपर मुख्य सचिव ने साफ किया है कि पुरुष शिक्षक को 10 अनुमंडल का ऑप्शन मिलेगा। जबकि, महिलाएं,दिव्यांगों और बीमार शिक्षक-शिक्षिका को दस पंचायत सेलेक्ट कर सकेंगे।
जून तक सभी संसाधन पूरे
बिहार में अब दो क्लास रूम में 12वीं क्लास तक की पढ़ाई नहीं होगी। जून तक सभी स्कूलों को संसाधन युक्त किया जाएगा। समर सेवल के पानी से स्कूली बच्चे पानी पी सकेंगे। शौचालय में नल का पानी उपलब्ध रहेगा। बिहार सरकार सभी स्कूलों का सर्वे कर चुकी है। अभियान के तहत काम पूरा किया जाएगा।
शिक्षकों की व्यवस्था कर दी गई है
शिक्षकों की उपस्थिति और उनकी संख्या–उपस्थिति के लिए बायो मैट्रिक अटेंडेंस शुरू की गई है। यह सौ फीसदी सफल रहा है। स्कूल में शिक्षक समय पर आतें हैं। शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ.एस सिद्धार्थ ने निरीक्षण के दौरान यह देखा है। सौ फीसदी उपस्थिति है। बहुत कम शिक्षक हैं, जो हाज़री बनाकर भाग जाते है। इनकी बहुत कम संख्या है। शिक्षकों की व्यवस्था कर दी गई है।
बड़े बच्चों की उपस्थिति कम
स्कूलों में छोटे क्लासेज में स्टूडेंट्स की उपस्थिति पूरी है। लेकिन, बड़े क्लासेज में यह असंतोषजनक है। ऊपर के क्लास के स्टूडेंट्स ट्यूशन करने मे लगे हैं। स्कूल आते हैं तो वह ड्रेस में नहीं आते। सभी अफसरों को कहा है कि शिक्षा की गुणवत्ता पर काम करें।
पोस्टिंग वाले जिलों में ट्रेनिंग
दरअसल,बिहार में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा.वर्तमान दशा और सुधार विषय पर परिचर्चा हुआ। शिक्षा अपर मुख्य सचिव ने यह परिचर्चा की। शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। हर साल हर टीचर को ट्रेनिंग दी जायेंगी। रेगूलर ट्रेनिंग दी जाएंगी। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग दी जाएंगी। परीक्षा पढ़ाई की अलग से ट्रेनिंग दी जाएंगी। इसके लिए करकूलम तैयार किया जाएगा। अभी दूर के जिला में ट्रेनिंग दी जा रही है। लेकिन,आने वाले दिनों में उनके जिला में ट्रेनिंग दी जाएंगी। साल में दो बार ट्रेनिंग दी जाएंगी।
डिजिटिलाइजेशन में बिहार की स्थिति
डिजिटिलाइजेशन में बिहार पीछे नहीं है। यह भ्रम है कि हम पीछें है। ई शिक्षा कोष के बाद यह साबित हो गया है कि पीछे नहीं है। समस्तीपुर से शिकायत आई है कि बिना नियुक्ति के टीचिंग कर रहें है। यदि यह डिजिटली नहीं होता तो पकड़े नहीं जाते। पूरा डेटा एक जगह रहा है तो किस बच्चों को किस टीचर ने पढ़ाया है। कौन से जिला में टीचर रहा है। क्लास वाइज बच्चों का डेटा होगा। टीचर और स्टूडेंट्स की ट्रैकिंग हो रहाी है। बिहार में यह भी हो रहा है। अन्य राज्य से बिहार कम नहीं है। ट्रैकिंग में सब कुछ साफ है।